मेरठ समाचार उत्तर प्रदेश के मेरठ मे इस साल मेरठ के चारों ओर हाईवे का जाल बिछ गया है। सड़कों को छह लेन व हाईवे के रूप में काम काफी हद तक पूरा हो गया है। इन हाईवे के जुड़ने से अब हापुड़, गढ़, मवाना-बिजनौर आदि जाना आसान होने लगा है। अब इन्हें जोड़ने के लिए आउटर रिंग रोड भी आकार ले रही है। ऐसे में जल्द ही शहर के भीतर से होकर जाने की मजबूरी नहीं होगी। बाहर से बाहर ही लोग दूसरे स्थानों पर पहुंच सकेंगे। इसके तहत एनएच-235, एनएच-58, एनएच-119, एनएच-709 ए और दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे को जोड़ा जा रहा है।
इसमें खर्चा 992 करोड़ रुपये आंका गया है। मेरठ-हापुड़, मेरठ-गढ़ और मेरठ-मवाना रोड चौड़ी हो गई हैं। गढ़ मुक्तेश्वर से मेरठ आने वाले एनएच-709ए पर तेजी से काम चल रहा है। इसके तहत गढ़ रोड पर सिसौली के पास इंटरचेंज पर भी काम हो रहा है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे बन जाने से अब दिल्ली जाना आसान हो गया है। मेरठ-हापुड़ एनएच-235 के लिए सड़क तैयार की जा रही है। आउटर रिंग रोड के तहत सिसौली से होते हुए हापुड़ रोड पर लोहियानगर के पास मौजूदा डंपिंग ग्राउंड के पास जाकर जुड़ेगा, जिसकी लंबाई करीब छह किलोमीटर है।
यहीं से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के पांचवें चरण का काम तेजी से चल रहा है। ऐसे ही गढ़ रोड को मवाना रोड से भी जोड़ा जा रहा है। सिसौली के पास से ही भावनपुर होते हुए सलारपुर तक 12.028 किलोमीटर के करीब सड़क का निर्माण चल रहा है। सलारपुर में भी इंटरचेंज प्रस्तावित है, जहां से दौराला के पास से होते हुए एनएच-58 पर सड़क मिलेगी। मवाना रोड को किला रोड से जोड़ने के लिए गंगानगर में 45 रोड का मेडा 17 करोड़ से दो वर्ष पूर्व निर्माण कर चुका है।
परतापुर गंगोल से चांदसारा, फफूंडा होते हुए 7.52 किलोमीटर मार्ग का 40 करोड़ 45 लाख से चौड़ीकरण होना है। इसके लिए शासन ने 14 करोड़ 15 लाख 90 हजार रुपये भी जारी कर दिए हैं। दिल्ली रोड पर पूठा से वेदव्यासपुरी होते हुए एनएच-58 को जोड़ने की तैयारी है, मेडा ने 30 करोड़ रुपये की रिवाइज्ड डीपीआर इसके लिए तैयार की है