दक्षिण भारत में पोन्नी कहते है कावेरी नदी को, और पोन्नियिन सेल्वन का अर्थ है पोन्नी नदी का पुत्र यानि कावेरी नदी का पुत्र, वैसे तो पोन्नियिन सेल्वन फिल्म मूल रूप से कल्कि कृष्णमूर्ति के उपन्यास पोन्नियिन सेल्वन की कहानी है लेकिन ये जुडी है चोल साम्राज्य से जो तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व से अशोक के काल तक दक्षिण भारत में एक समृद्ध शासन रहा है।
आज यानि 28 अप्रैल को मणिरत्नम की फिल्म ‘पोन्नियिन सेल्वन’ का पार्ट 2 देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रहा है. इस फिल्म में ऐश्वर्या राय बच्चन, चियान विक्रम, कार्ति, तृषा कृष्णन और जयम रवि एक बार फिर सिल्वर स्क्रीन पर वापसी कर रहे हैं. इस फिल्म में चोल साम्राज्य की कहानी को देखने के लिए फैंस उत्सुक हैं. ऐसे में दूसरे पार्ट के रिलीज होने से पहले हम आपको पहले पार्ट का रीकैप दे रहे हैं.
सम्राट सुंदर चोल (प्रकाश राज) की तबीयत समय के साथ-साथ खराब होती जा रही है. सुंदर चोल में हम राज्य को चलाने की ताकत नहीं है. ऐसे में वो चाहते हैं कि उनका बड़ा बेटा आदित्य करिकालन (चियान विक्रम) चोल साम्राज्य का राजा बने. जबकि प्रजा और सुंदर चोल की बेटी कुंदवई (तृषा कृष्णन), छोटे बेटे अरुणमुरी वर्मन उर्फ पोन्नियिन सेल्वन (जयम रवि) को राजा बनते देखना चाहती है. इस बीच तंजोर में रह रहे राजकुमार आदित्य अपने साथी वल्लावरायन (कार्ति) को चोल साम्राज्य और सुंदर चोल के खिलाफ रचे जा रहे षड्यन्त्र का पता लगाने भेजते हैं.
आदित्य कहते हैं कि जो भी बात वल्लावरायन को पता चले वो उसे उनके पिता सुंदर चोल और बहन कुंदवई देवी को बताए. दूसरी तरफ Pazhuvettaraiyar भाइयों की जोड़ी और उनके साथी छोड़ साम्राज्य को हथियाने की प्लानिंग कर रहे हैं. वो सुंदर चोल के भाई के बेटे मधुरंथगन को राजा बनाना चाहते हैं. इसके अलावा एक दूसरे वंश से आई नंदिनी (ऐश्वर्या राय बच्चन) भी प्रतिशोध की आग में जल रही है. वो Periya Pazhuvettaraiyar की पत्नी है और चोलों को हारते देखना चाहती है. नंदिनी और आदित्य करिकालन बचपन में प्रेमी हुआ करते थे. लेकिन दोनों का रिश्ता ऐसे मोड़ पर आकर टूटा कि उसके जख्म आज भी नहीं भर पाए हैं.
इस सारी कहानी के बीच राजकुमार अरुणमुरी उर्फ पोन्नियिन सेल्वन श्रीलंका में हैं. यहां वो मगिंदन नाम के राजा से लड़ाई लड़ते हैं. नंदिनी और पंड्या समाज के लोग अरुणमुरी को जान से मारने की साजिश रच रहे हैं. कुंदवई, वल्लावरायन को छोटे भाई अरुणमुरी के पास भेजती है. यहां वो राजकुमार को सुंदर चोल से जुड़ी बड़ी जानकारी देते हैं. इतनी देर में उनके ऊपर हमला हो जाता है. समंदर के बीचोंबीच वल्लावरायन और अरुणमुरी को दुश्मनों से लड़ना पड़ता है. एक समुद्र कुमारी वल्लावरायन को बचा लेती है, तो वहीं अरुणमुरी की मदद को ऊमाई रानी आती हैं. खास बात ये है कि रानी का चेहरा हूबहू नंदिनी जैसा है.
इसी के साथ पोन्नियिन सेल्वन पार्ट one फिल्म का अंत होता है. अब देखना होगा कि आगे की कहानी कहां हम सभी को लेकर जाती है. क्या अरुणमुरी राजा बनेंगे? क्या होगा जब आदित्य और नंदिनी का आमना-सामना होगा? ऊमाई रानी कौन हैं और उनका चेहरा नंदिनी से क्यों मिलता है? इन सारे सवालों के जवाब हम सभी को पोन्नियिन सेल्वन के पार्ट 2 में मिलेंगे.
तो अगर आपको ऐतिहासिक फिल्म देखने में दिलचस्पी है तो जरूर देखिएगा, क्युकी बड़े परदे पर बहुत दिनों के बाद ऐशवर्या राय का आगमन हुआ है।