उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में मम्मी-पापा के लाड़ले छोटू उर्फ लव का शव उनके ही साथ बुधवार सुबह पहुंचा, तो कोहराम मच गया। रोते-बिलखते परिजन बस यही कह रहे थे कि सबको हंसते खेलते लाने का वादा करके अनिल क्यों बच्चों को अपने साथ लेकर चला गया। फतेहपुर के जहानाबाद में हुए हादसे में शहर के बंगाली कॉलोनी निवासी अनिल, उसकी पत्नी यशोदा, बेटी पल्लवी और सबसे छोटा लाड़ला बेटा छोटू उर्फ लव की हादसे में मौत हो गई थी। रात में हादसे की जानकारी के बाद परिवार के बेहाल थे। रातभर पूरा घर चीत्कारों से गूंजता रहा। करीब छह बजे शव पहुंचे, तो सिसकियां चीखों में बदल गई। चिल्ला-चिल्ला कर परिजन रोने लगे। भाभी श्रीकांता रोते-रोते बस यही कह रही थी कि ससुराल जाते वक्त, तो वादा किया था। फिर हंसते खेलते जल्दी वापस आएंगे। छोटू के शव से लिपटकर फफकने लोगी। उठ जा मेरे लाल, ताई तुझे खिला रही है बोली- जाग जा मेरे लाल…देख ताई तुझे खिला रही है…हर बार तो चाची की गोद में आकर खिलखिला उठता था, आज क्या हुआ, उठ जा मेरे लाल। वहीं, अनिल का भाई राजू कह रहा था, किसी ने भी ऐसे कंधों पर तुझे लाने की नहीं सोची थी…उठ जा मेरे भाई। पुलिस मामले की जांच मे जुटी हे