उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले के काशी स्टेशन पर सुविधाएं विकसित होने के बाद लखनऊ, मुंबई और हावड़ा रूट की सभी ट्रेनें यहां ठहरेंगी। काशी स्टेशन के पास नमो घाट और राजघाट पुल समेत अन्य पर्यटक स्थल होने के चलते लंबी दूरी की ट्रेनों का ठहराव होगा। अभी पीडीडीयूनगर-हावड़ा और मुंबई रूट की अधिकतर ट्रेनें यहां से गुजरती हैं, लेकिन ठहरती नहीं हैं। आने वाले दिनों में लगभग सभी ट्रेनों का यहां ठहराव होगा। काशी स्टेशन को भव्य और दिव्य बनाने की दिशा में चार एकड़ में 350 करोड़ रुपये से यात्री सुविधाएं विकसित होनी हैं।यात्री सुरक्षा के लिए बेहतर होगी जीआरपी चौकी फिलहाल काशी स्टेशन पर एक ही प्रवेश द्वार है, लेकिन अब दूसरा भी बनाया जा रहा है। फूड प्लाजा, रिटायरिंग रूम, वातानुकूलित लाउंज, यात्री हॉल बनाने के साथ ही प्लेटफार्मों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। पहले और दूसरे प्रवेश द्वार के बीच फुटओवरब्रिज का निर्माण होना है। टिकट काउंटर, आरक्षण केंद्र के साथ ही यात्री सुरक्षा भी चाक चौबंद होगी। अत्याधुनिक सीसी कैमरे बढ़ाने के अलावा जीआरपी चौकी भी बेहतर होगी। मलबा हटाने का काम जोरों पर काशी स्टेशन के विस्तार के लिए तोड़े गए 125 मकान और रेलवे के क्वार्टर समेत छोटी-बड़ी दुकानों का मलबा हटाने का काम जोरों पर है। रेलवे एईएन के निर्देश पर तीसरे दिन शुक्रवार को लगभग 30 फीसदी से अधिक मलबा हटा लिया गया। रेल कर्मचारियों के जरिए रेलवे का स्क्रैप हटाने का काम हो रहा है। काशी स्टेशन पर यात्री सुविधाएं विकसित होने के बाद लंबी दूरी की ट्रेनें यहां ठहरेंगी। फिलहाल कुछ ही ट्रेनें यहां ठहरती हैं। अब अधिकतर ट्रेनों का ठहराव तय है। हालांकि अंतिम निर्णय रेलवे बोर्ड को ही लेना है।