उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में भरथना कस्बे के ढुलबजा गांव में विवाद की वजह पैतृक साढ़े 13 बीघा जमीन बनी। कागजों में हिस्सा बांट होने के बावजूद सौतेले चाचाओं की मनमानी से गुस्साए भतीजे ने दोहरे हत्याकांड को अंजाम दे दिया। दो माह पहले भट्ठा संचालक को मिट्टी बेचने के सौदे से बढ़ी तनातनी ने दिनदहाड़े अपनों का कत्ल करा दिया। डीएम अवनीश राय ने बताया कि घटना दुखद है। घटनास्थल पर जांच पड़ताल की गई है। आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए गए हैं। रामपूती ने दो शादियां की थीं। गांव के कामता प्रसाद से दूसरी शादी करने के बाद रामपूति अपने पहले पति से जन्मे बेटे अरविंद को लेकर ही गांव आई थीं। कामता प्रसाद से दो बेटे अमित व शिवकुमार समेत आठ संतानें हुईं थीं। छह बेटियों की शादी रामपूती कर चुकी थीं। बड़ा बेटे अरविंद का कुछ समय पहले निधन हो गया था। उसके बाद से अरविंद की पत्नी सीमा देवी अपने तीन बच्चों सतवीर, प्रांशू और आशू को लेकर अपने सगे ससुर के गांव उदयपुरा रहने लगी थी।
उनके हिस्से की जमीन पर कब्जा नहीं दिया जा रहा था
गांव में कामता प्रसाद के नाम लगभग 18 बीघा जमीन थी। इसमें उन्होंने पत्नी रामपूती, अपने बेटों अमित और शिव कुमार के साथ ही सौतेले बेटे अरविंद के नाम बराबर की वसीयत की थी। अरविंद की पत्नी सीमा व तीनों पुत्र उदयपुरा में रहने की वजह से कामताप्रसाद की जमीन में उनके हिस्से की जमीन पर कब्जा नहीं दिया जा रहा था।
खेत की मिट्टी बेचने का किया था सौदा
लगभग साढ़े चार बीघा जमीन सतवीर के सौदा zसौतेले चाचाओं ने बेच भी ली थी। इससे सीमा और उसके पुत्र नाराज थे। जमीन के हिस्से को लेकर पिछले लगभग पांच वर्षों से न्यायालय में मामला विचाराधीन है। दो माह पहले अमित ने कस्बे के एक भट्ठा संचालक राजू चौहान को खेत की मिट्टी बेचने का सौदा किया था लगभग साढ़े चार बीघा जमीन सतवीर के सौदा zसौतेले चाचाओं ने बेच भी ली थी। इससे सीमा और उसके पुत्र नाराज थे। जमीन के हिस्से को लेकर पिछले लगभग पांच वर्षों से न्यायालय में मामला विचाराधीन है। दो माह पहले अमित ने कस्बे के एक भट्ठा संचालक राजू चौहान को खेत की मिट्टी बेचने का सौदा किया था।
अमित को 2.65 लाख रुपये एडवांस दे दिए थे
इसकी जानकारी के बाद से ही तनातनी और बढ़ गई थी। भट्ठा संचालक के अनुसार, 50 हजार प्रति बीघा के लिए तीन साल के लिए सौदा हुआ था। इसके लिए अमित को 2.65 लाख रुपये एडवांस दे दिए थे। इसके बाद से विवाद और बढ़ गया था।
…नहीं तो अमित की दिव्यांग पत्नी और बेटे की भी हो जाती हत्या
मृतक के छोटे भाई शिव कुमार ने बताया कि आरोपी भतीजे अपने साथियों के साथ सबसे पहले घर पर ही आ धमके थे। उस समय घर पर सिर्फ भाभी रिंकी (मृतक अमित की पत्नी) और उनका तीन वर्षीय पुत्र लउआ ही घर पर थे। आरोपियों के कुंडी बजाने पर भयभीत होकर भाभी ने दरवाजे नहीं खोले। यदि दरवाजा खोल देती, तो शायद आरोपी उन्हें भी मार डालते।
तनातनी बढ़ता देख घर पर लगवाए थे कैमरे
शिव कुमार ने बताया कि सौतेले भतीजों से जमीन को लेकर बढ़ते विवाद को देखते हुए भाई अमित ने एक माह पहले ही घर पर कैमरे लगवाए थे। घटना के बाद पुलिस ने घर पर लगे कैमरों की सीसीटीवी फुटेज चेक की है। साथ ही पुलिस ने जांच के लिए डीबीआर और कैमरों को कब्जे में लिया है।
चाचा कौ दौड़ाकर गोली मारी व दादी को फावड़े से काट डाला
ढुलबजा गांव में शनिवार सुबह खेत पर काम कर रहीं मां-बेटों पर परिवार के ही युवक ने अपने करीब आधा दर्जन साथियों के साथ हमला कर दिया। युवक ने चाचा की सौ मीटर दौड़ाकर सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। चाचा की हत्या के बाद लौटकर आया और हवाई फायर कर दादी को बेरहमी से फावड़े से काट डाला।
दूसरे चाचा ने खेत से भागकर जान बचाई
इस दौरान दूसरे चाचा ने खेत से भागकर जान बचाई। कोतवाली क्षेत्र के ढुलबजा गांव निवासी बुजुर्ग रामपूती (70) ने दो शादियां की थीं। पहले पति कोमल सिंह से एक बेटा अरविंद निवासी गांव उदयपुर थाना ऊसराहार और दूसरे पति कांताप्रसाद से दो बेटे अमित और शिवकुमार हुए थे। अरविंद की लगभग 20 साल पहले मौत हो चुकी थी।
पैतृक जमीन के बंटवारे को लेकर चल रहा था विवाद
उसके तीन बेटे सतवीर, प्रांशु और आशू गांव उदयपुर में ही मां सीमा के साथ रहते थे। उनका सौतेले चाचा अमित और शिवकुमार से गांव ढुलबजा में दूसरे पति कांताप्रसाद की पैतृक जमीन के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा था। शनिवार सुबह करीब 10 बजे रामपूती अपने बेटों अमित और शिवकुमार के साथ खेत पर काम कर रही थीं।
अमित की सिर में गोली मारकर हत्या कर दी
इस बीच सतवीर अपने छह असलहाधारी साथियों के साथ एक कार से आया। उसकी कुछ दिन पहले खेत की बेची मिट्टी को लेकर बहस होने लगी। इस बीच गुस्साए सतवीर ने हवाई फायर कर दिया, तो यह देखकर अमित और शिवकुमार जान बचाकर भागने लगे। सतवीर ने करीब सौ मीटर दौड़ाकर अमित की सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। छोटे चाचा की काफी देर तलाश की वहीं, शिवकुमार को गांव की ओर ढूंढने जा रहे सतवीर ने रामपूती को फावड़े से गला काटकर मार डाला। गांव में जाकर काफी देर तक छोटे चाचा की तलाश की, लेकिन वह नहीं मिला। इस फायरिंग करते हुए आरोपी फरार हो गए। दोहरे हत्याकांड की सूचना पर कई थानों का फोर्स पहुंच गया। फोरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य जुटाये