उत्तर प्रदेश के लखनऊ मे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को नियोजन विभाग के कार्यों की समीक्षा की और प्रदेश में सेक्टरवार पोटेंशियल को प्रोत्साहित करने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हुए नियोजित और समन्वित प्रयासों का परिणाम है कि प्रदेश की वार्षिक आय में सतत बढ़ोतरी हो रही है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में सकल राज्य घरेलू उत्पाद 16,45,317 करोड़ रुपये थी। जो 2021-22 में लगभग 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 19,74,532 करोड़ रुपये हो गई है। वहीं, 2022-23 के लिए तैयार अग्रिम अनुमानों के आधार पर राज्य आय 21.91 लाख करोड़ रुपये से आंकलित हुई है। यह स्थिति संतोषप्रद है। एक ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य के साथ सतत प्रयास जारी रखा जाए। बुंदेलखंड और पूर्वांचल में विकास की अपार संभावनाएं हैं। हमें इन संभावनाओं को एक्सप्लोर करना होगा। विश्वविद्यालयों व तकनीकी संस्थाओं को इस महत्वपूर्ण कार्य से जोड़ें। कहां, कौन से सेक्टर में प्रयास की आवश्यकता है। किस प्रकार की सहायता दी जानी चाहिए। इन सबका गहन अध्ययन कराया जाए। यह अध्ययन रिपोर्ट नियोजन विभाग में संकलित हों और उपयोगिता अनुसार उन्हें कार्ययोजना में शामिल किया जाए। बुंदेलखंड और पूर्वांचल के विकास के लिए आवंटित निधि का उपयोग बहुआयामी एवं दीर्घकालिक विकास को ध्यान में रखकर स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार हो।