उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में व् कानपुर देहात और फतेहपुर के औद्योगिक क्षेत्रों के पास रहने वाले लोगों के खून में क्रोमियम और मर्करी जैसे खतरनाक तत्व पाए गए हैं। कानपुर में 328 लोगों में क्रोमियम और 12 लोगों में मर्करी मिला। देहात में 64 लोगों में क्रोमियम और पांच लोगों में मर्करी मिला है। फतेहपुर में एक महिला में मानक से 45 गुना अधिक क्रोमियम मिला पर अधिकारियों में उसे केवल मल्टी विटामिन देकर औपचारिकता पूरी कर ली। इन दोनों तत्वों से किडनी व लिवर फेल होने का खतरा होता है।23 और 24 जून को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कानपुर में पनकी इंडस्ट्रियल एरिया, रूमा, जाजमऊ, तेजाब मिल कैंपस, राखी मंडी और नरैयाखेड़ा में लोगों के शरीर में जांच के लिए नमूने लिए थे। पहले दिन 177 और दूसरे दिन 154 लोगों के नमूने लिए गए थे।
इनमें 16 में क्रोमियम की मात्रा ज्यादा मिली थी। इस बार नरैया खेड़ा में भी लोगों के खून की जांच की गई, जिसमें सभी में क्रोमियम पाया गया। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. विशाल गुप्ता ने बताया कि शरीर में क्रोमियम और मर्करी की बढ़ी हुई मात्रा नर्व खराब होने लगती हैं। स्किन कैंसर भी हो सकता है। क्रोमियम शरीर में खून बनाना कम कर देता है। लिवर और किडनी फेल हो जाती है। ब्रेन के लिए भी खतरनाक होता है। मर्करी एक जहरीली भारी धातु है, जिसकी ज्यादा मात्रा शरीर के लिए हानिकारक होती है।
एसीएमओ डॉ. यूबी सिंह ने बताया कि शरीर में क्रोमियम 1.4 और मर्करी 20 माइक्रॉन ग्राम/एमएल से ज्यादा शरीर को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। इसके पहले स्वास्थ्य विभाग ने 2019 में राखी मंडी, जाजमऊ, पनकी इंडस्ट्रियल एरिया, रूमा और तेजाब मिल कैंपस में 44 लोगों के नमूने लिए थे।जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. विशाल गुप्ता ने बताया कि शरीर में क्रोमियम और मर्करी की बढ़ी हुई मात्रा नर्व खराब होने लगती हैं। स्किन कैंसर भी हो सकता है। क्रोमियम शरीर में खून बनाना कम कर देता है। लिवर और किडनी फेल हो जाती है। ब्रेन के लिए भी खतरनाक होता है।


































