उत्तर प्रदेश के लखनऊ के आगरा निवासी देवेंद्र सिंह यूपी पुलिस व पीएसी सीधी भर्ती-2018 में सिपाही के पद पर चयनित हुआ था। उसको फतेहगढ़ जिले में तैनाती मिली थी। यूपी पुलिस के एक सिपाही ने उम्र कम दर्शाने के लिए दोबारा हाईस्कूल-इंटरमीडिएट परीक्षा पास की। फिर वह दरोगा के पद पर भर्ती हो गया। चुनार पुलिस प्रशिक्षण मिर्जापुर में ट्रेनिंग भी करने लगा। लेकिन एक गोपनीय शिकायत पर हुई विभागीय जांच में उसका फर्जीवाड़ा उजागर हुआ। विभागीय जांच पूरी होने के बाद भर्ती बोर्ड की ओर से हुसैनगंज थाने में उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। एफआईआर के मुताबिक आगरा निवासी देवेंद्र सिंह यूपी पुलिस व पीएसी सीधी भर्ती-2018 में सिपाही के पद पर चयनित हुआ था। उसको फतेहगढ़ जिले में तैनाती मिली थी। इस बीच उसने 2020-21 में दरोगा भर्ती परीक्षा में आवेदन किया, उसमें वह चयनित हो गया। जिसके बाद उसे ट्रेनिंग पर भेजा गया। 23 मई को आगरा निवासी रंजीत सिंह नाम के एक शख्स ने भर्ती बोर्ड में दरोगा देवेंद्र सिंह के खिलाफ शिकायत की। शिकायत में दावा किया कि उम्र छिपाने के लिए उसने दो बार बोर्ड परीक्षाएं पास की हैं। शिकायत पर जांच हुई। जांच में पता चला कि देवेंद्र ने पहली बार जब बोर्ड परीक्षा पास की तो उसमें उसकी जन्मतिथि 30 जुलाई 1995 दर्ज थी। बाद में जब दूसरी बार परीक्षा दी तो दस्तावेजों पर 15 नवंबर 1996 जन्मतिथि दर्ज कराई। इससे पहले मध्य प्रदेश पुलिस में भी वो सिपाही पद पर चयनित हो चुका है। जांच में उसके खिलाफ फर्जीवाड़ा के पुख्ता साक्ष्य मिले। उसी आधार पर धोखाधड़ी, जालसाजी, कूटरचित दस्तावेज तैयार कर इस्तेमाल करने आदि धाराओं में उस पर केस दर्ज कराया गया है।