लखनऊ समाचार उत्तर प्रदेश के लखनऊ मे परिवहन निगम में 8000 इलेक्ट्रिक बसों को शामिल किया जाएगा। इसमें 3000 एसी इलेक्ट्रिक बसों की खरीद निगम करेगा, वहीं 5000 बसों को अनुबंध के तहत लिया जाएगा। इसके अलावा दो हजार नई बीएस-6 बसें भी आएंगी। बुधवार को परिवहन निगम में निदेशक मंडल की 247वीं बैठक हुई। अध्यक्षता करते हुए प्रमुख सचिव वेंकटेश्वर लू ने बताया कि डॉ. राममनोहर लोहिया कार्यशाला और केंद्रीय कार्यशाला कानपुर में पहले से चल रही बसों का मिनी रिनोवेशन किया जाएगा।
इसके अलावा परिवहन निगम के 48 बस स्टेशनों को दूसरे चरण में पीपीपी मॉडल पर आधुनिक बनाने के काम पर भी सहमति बनी है। बैठक में एमडी मासूम अली सरवर, अपर एमडी प्रणता ऐश्वर्य, विशेष सचिव केपी सिंह, वी के सोनकिया, अभिषेक सिंह समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। रोडवेज में महिला कंडक्टरों की भर्ती के लिए भी सहमति मिल गई है। उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन और कौशल विकास मिशन के तहत महिला कंडक्टरों की भर्ती की जाएगी। हालांकि इनके लिए पदों के आरक्षण का निर्धारण अभी नहीं हुआ है।
अवध डिपो से संचालित होने वाली छह जनरथ एसी बसें अब रामनगरी की सड़कों पर दौड़ेंगी। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में पर्यटन दोगुनी रफ्तार से बढ़ने की उम्मीद है। ऐसे में उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की ओर से यह अहम कदम उठाया गया है। यूपीएसआरटीसी के प्रधान प्रबंधक (प्राविधिक) एसएल शर्मा ने बताया कि पर्यटन की स्थिति को देखते हुए अयोध्या के क्षेत्रीय प्रबंधक ने बसों की मांग की थी।
इसपर प्रधान प्रबंधक संचालन ने लखनऊ के क्षेत्रीय प्रबंधक और सेवा प्रबंधक को निर्देश दिए हैं कि अवध डिपो से आधा दर्जन एसी जनरथ बसें अयोध्या क्षेत्र को भेजी जाएं। इसके लिए समय पर बसों की फिटनेस और टैक्स संबंधी कार्रवाई पूरी कर ली जाए। उन्होंने बताया कि सभी जरूरी कागजों के साथ बसें अयोध्या क्षेत्र को जल्द ट्रांसफर कर दी जाएंगी।