उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के औरास। कस्बे में सई नदी पर बने पुल के जर्जर होने से भारी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित करने के लिए दोनों छोरों पर सडक़ के आधे हिस्से में दीवार बना दी गई है। इससे पहले पत्थर भरे ड्रम रखवाए गए थे, लेकिन वाहन उनको टक्कर मारकर निकल रहे थे। वाहन चालकों की मनमानी रोकने के लिए पीडब्ल्यूडी को दीवार बनवानी पड़ी।
वर्ष 1965 में चकलवंशी-रसूलाबाद-संडीला मार्ग पर सई नदी पुल का निर्माण कराया गया था। एक सप्ताह पहले इसमें दरारें आने पर जिला प्रशासन की अनुमति पर भारी वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। पुल पर वाहन न निकलने पाएं, इसके लिए दोनों तरफ ईंट पत्थर भरकर ड्रमों को लगाने के साथ ही चौबीस घंटे निगरानी के लिए पीडब्ल्यूडी के कर्मचारियों की तैनाती की गई थी। इसके बाद भी रात के समय भारी वाहन चालक ड्रमों में टक्कर मारकर जबरन निकल रहे थे। पिछले बुधवार को भारी वाहन चालकों का रास्ता रोकने के लिए ईंट पत्थर भरकर रखे गए ड्रमों को सड़क खोदकर गड़वाया गया। बृहस्पतिवार को भारी वाहनों को पुल तक जाने से रोकने के लिए औरास चौराहे पर भी गढ्ढे खोदकर ड्रमों को रखवाया गया था। इतनी सख्ती के बाद भी वाहन टक्कर मारकर निकल जा रहे थे। रविवार को वाहनों को रोकने के लिए औरास चौराहे पर अवरुद्ध किए गए रास्ते के पास पुलिस तैनात की गई थी। सोमवार को जेई महेश सिंह ने श्रमिकों और राजमिस्त्री को लगाकर और पुल के दोनों छोरों पर आधी सड़क तक दीवार खड़ी करा दी गई।मनमानी रोकने के लिए पीडब्ल्यूडी को दीवार बनवानी पड़ी।