उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में आदर्श नगर रामनगर मोहल्ले में रहने वाले मनोज अवस्थी (30) पुत्र शिव नरेश अवस्थी पिछले 1 साल से अकेले ही अपने घर में रह रहा था। पड़ोस में रहने वाले चचेरे भाई गुड्डू अवस्थी पुत्र रामनरेश अवस्थी ने बताया कि मनोज शराब का लती था और आए दिन सभी से झगड़ा करता था। मनोज की दिमागी हालत भी ठीक नहीं थी। बीते बुधवार को जब वह घर से बाहर नहीं निकला तो छत से जाकर उसे आवाज लगाई लेकिन वह बाहर नहीं आया। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। चचेरे भाई ने बताया कि मनोज मकान के अपने हिस्से में रहता था। जिसमें बीच में दीवार उठी हुई है।मृतक के माता-पिता व अन्य परिजन चंडीगढ़ में रहते हैं।उसके माता-पिता को फोन पर सूचना दी कि मनोज ने दरवाजा अंदर से बंद कर रखा है और कोई मूवमेंट नहीं है। गुड्डू ने बताया कि शुक्रवार को गंध आने पर एक बार फिर मनोज के माता-पिता को सूचना दी। शनिवार को उसके माता-पिता आए और मामले की जानकारी पुलिस को दी गई।बंद कमरे का दरवाजा तोड़ा गय। अंदर मनोज का सड़ा हुआ शव पड़ा था, जिससे भीषण गंध आ रही थी और शव में कीड़े पड़े हुए थे। बिंदा नगर चौकी इंचार्ज रविशंकर मिश्रा ने बताया शव करीब 3 से 4 दिन पुराना है।पिता का कहना है कि बेटे की दिमागी हालत ठीक ना होने और आए दिन झगड़ा करने कारण उन्होंने 1 साल पहले चंडीगढ़ से शुक्लागंज वाले मकान में रहने के लिए भगा दिया था। जबकि वह स्वयं 15 साल पहले शुक्लागंज छोड़कर चंडीगढ़ में बस गए थे पुलिस मामले की जांच मे जुटी हे