उत्तर प्रदेश के बरेली के हाफिजगंज थाना क्षेत्र के धमीपुर गांव में बृहस्पतिवार रात बरात चढ़त के दौरान हादसा हो गया। सामने से आई कार को रास्ता देते वक्त बैंड का ऊपरी हिस्सा हाईटेंशन लाइन से टकरा गया। लाइट उठाकर ले जा रहे दो किशोरों की करंट लगने से मौत हो गई। तीन अन्य किशोर व बग्घी चालक गंभीर रूप से झुलस गए। बरेली के निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। धमीपुर निवासी रामपाल की बेटी की बरात इज्जतनगर थाने के मोरनिया गांव से आई थी। बरात के लिए हाफिजगंज के ही राजघाट से शहनाज बैंड को बुक किया गया था। रात 11 बजे बैंड की धुन पर थिरकते बराती दुल्हन के घर की ओर जा रहे थे। इसी दौरान पुलिया के संकरे रास्ते पर सामने से कार आ गई। कार को रास्ता देने के लिए बैंड को किनारे किया तो उसका ऊपरी हिस्सा हाईटेंशन लाइन से छू गया। इससे बैंड के साथ ही उस तार में भी तेज करंट उतर आया, जिसके सहारे लड़के लाइटें लेकर चल रहे थे। हादसे में बग्घी चालक नन्हेलाल के साथ ही लाइट उठाने वाले पांच किशोर झुलस गए। इन्हें एंबुलेंस से नवाबगंज सीएचसी भेजा गया। वहां सचिन पुत्र प्रेमशंकर को मृत घोषित कर दिया गया। दूसरे किशोर सचिन पुत्र सतीश को नवाबगंज के ही निजी अस्पताल में मृत घोषित किया गया। नन्हेलाल का नवाबगंज सीएचसी में इलाज चल रहा है। पवन, अनिल और सनी को बरेली रेफर किया गया है। नवाबगंज सीओ चमन सिंह चावड़ा, इंस्पेक्टर क्राइम विनोद मौके पर पहुंचे और घायलों के इलाज की व्यवस्था कराई। बैंड में करंट उतरने से जिन बाल श्रमिकों की जान गई, वे महज डेढ़ सौ रुपये मजदूरी की खातिर बैंड मालिक के साथ आए थे। घटना के बाद मौके पर भगदड़ मची तो बैंड मालिक भी खिसक गया। घटना को लेकर लोगों में गुस्सा था। पुलिस मामले की जांच कर रही हे