उत्तर प्रदेश के इटावा ज़िले या आस पास के क्षेत्रो मे बिजली आपूर्ति को सुचारू रखने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन आंधी, तूफान और बारिश इन कोशिशों पर सवाल उठाने का मौका दे देते हैं। इन स्थितियों से निपटने के लिए सरकार की ओर से अब ऊर्जा को संरक्षित करने के लिए प्रोजेेक्ट तैयार किया गया है। जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा। प्रदेश के सभी उपकेंद्रों पर पावर कॉर्पोरेशन की ओर से अब बैट्री एनर्जी स्टोरेज सिस्टम स्थापित किए जाएंगे। इनसे आपूर्ति बाधित होने पर संरक्षित की गई ऊर्जा से संंबंधित क्षेत्र को आपूर्ति दी जाने लगेगी। हर ट्रांसमिशन बिजली घर पर 10 मेगावाट के चार सिस्टम लगाए जाएंगे। इस तरह एक क्षेत्र में करीब 40 मेगावाट बिजली स्टोर हो सकेगी। इस उपकेंद्र से जुड़े उपभोक्ताओं को विषम परिस्थिति में औसतन 4 से 5 घंटे आपूर्ति दी जा सकेगी। इस सिस्टम में लीथियम बैट्री का उपयोग किया जाएगा। इसे सौर ऊर्जा से भी जोड़ने की तैयारी है। पहले चरण में पांच जिलों में काम होगा इसमें इटावा को भी शामिल किया गया है।
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