उत्तर प्रदेश के बनारस और राजस्थान के बीकानेर जिले से है। बनारस की रहने वाली वैष्णवी की शादी बीकानेर के रवि से तय हुई थी। बीते गुरुवार को रवि बारात लेकर बनारस पहुंचा। अधिक खर्च से बचने के लिए वैष्णवी और रवि ने पहले कोर्ट मैरिज और फिर शादी की।
इसके बाद दुल्हन की विदाई की बारी आई, नव दंपति को करीब 1300 किमी की दूरी तय कर बीकानेर जाना था। दूल्हा रवि अपनी पत्नी वैश्णवी को इनोवा कार से लेकर बीकानेर के लिए रवाना हुआ। सात घंटे में करीब 400 किमी की दूरी तय करने के बाद दूल्हा-दुल्हन कानपुर के सरसौल इलाके पहुंचे। यहां दूध माता पेट्रोल पंप के पास दूल्हे ने चाय-नाश्ते के लिए कार रुकवाई।
कुछ देर बाद वैष्णवी जोर-जोर से रोने लगी। दुल्हन को रोते देख पंप पर मौजूद पीआरवी वैन के पुलिसकर्मी उसके पास आए और उससे पूछताछ करने लगे। इस दौरान दुल्हन ने जो कहा वह सुनकर सभी हैरान रह गए। दुल्हन वैष्णवी ने कहा कि शादी से पहले इन्होंने (रवि के परिवार वालों) कहा था कि हम प्रयागराज में रहते हैं, लेकिन अब ये लोग मुझे बीकानेर लेकर जा रहे हैं। सात घंटे से कार में बैठी हूं, थक गई हूं, अब और आगे नहीं जाना। मुझे ये शादी अभी तोड़नी है, मुझे इतनी दूर शादी नहीं करनी थी, अपनी मां के आसपास ही रहना चाहती हूं।
दुल्हन वैष्णवी की बातें सुनकर पुलिसकर्मचारी भी चौंक गए। दुल्हन सहित सभी लोगों को महराजपुर थाने लाया गया, जहां उनसे पूछताछ की गई। दूल्हा रवि ने पुलिस को बताया कि वैष्णवी के परिवार वालों को पूरी जानकारी थी। हम कहां रहते हैं और क्या करते हैं। शादी के बाद वैष्णवी 400 किमी तक साथ आई, लेकिन अब कह रही है कि मुझे आगे नहीं जाना। मुझे ये शादी तोड़नी है। इसके बाद थाना इंचार्ज सतीश राठौर दुल्हन वैष्णवी की मां को कॉल कर बात की।
उसकी मां ने पुलिस को बताया कि एक रिश्तेदार ने शादी तय कराई थी। हमें यही पता था कि दुल्हे का परिवार प्रयागराज में रहता है। मेरे पति नहीं हैं। अगर, बेटी बीकानेर नहीं जाना चाहती और शादी तोड़ना चाहती है तो आप उसे मेरे पास भेजवा दीजिए। बेटी की मर्जी के बिना कुछ नहीं होगा, हम शादी तोड़ देंगे।
इधर, पुलिस ने दुल्हा-दुल्हन को आमने-सामने बैठाकर दोनों को समझाने की कोशिश की, लेकिन दुल्हन इसी जिद पर अड़ी थी कि उसे इतनी दूर नहीं जाना। उसे इतनी दूर शादी करनी ही नहीं थी। काफी प्रयास के बाद भी दुल्हन पति के साथ जाने को तैयार नहीं हुई तो पुलिस ने महिला पुलिसकर्मियों के साथ उसे उसकी मां के पास बनारस दिया। इधर, दुल्हा बिना दुल्हन लिए बीकानेर रवाना हो गया।