हरियाणा के यमुनानगर में एंटी करप्शन ब्यूरो करनाल की टीम ने धर्मपाल को थाने के अंदर ही 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा । थाना साढौरा प्रभारी सब इंस्पेक्टर ने खाकी की शान पर दाग लगा दिया। धर्मपाल को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा गया । एसआई धर्मपाल को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। एसीबी करनाल के इंस्पेक्टर सचिन ने बताया कि शिकायत मिली थी कि खनन सामग्री से लदे ट्रकों को साढौरा क्षेत्र से निकालने के लिए एसएचओ द्वारा 2500 रुपये प्रति वाहन की रिश्वत मांगी जा रही है।
यमुनानगर के एंटी करप्शन ब्यूरो टीम ने कार्रवाई की है। खनन सामग्री से भरे वाहनों को थाना क्षेत्र से निकालने की एवज में रिश्वत ली गई थी। एक वाहन को निकालने के लिए 2500 रुपये रिश्वत की रकम तय हुई थी।
इस शिकायत के आधार पर एसीबी की टीम ने जाल बिछाया। इस टीम में इंस्पेक्टर चरण सिंह व महिला इंस्पेक्टर सीमा भी शामिल रहे। शिकायतकर्ता को पाउडर लगे 50 हजार रुपये व वाहनों की सूची के साथ थाने में अपने कमरे में बैठे एसएचओ धर्मपाल के पास भेजा गया।
इससे पहले एसीबी की टीम ने धर्मपाल को दिए जाने वाले नोटों के नंबर नोट कर लिए थे। शिकायतकर्ता द्वारा एसआई धर्मपाल को रिश्वत की रकम व वाहनों की लिस्ट थमाते ही इशारा मिलने पर एसीबी की टीम ने धर्मपाल को काबू कर लिया। उसके हाथ धुलवाने पर हाथ नोटों पर लगे रंग से लाल हो गए। फिलहाल थाने में एसीबी की टीम अपनी कार्रवाई कर रही है।