औरैया दिबियापुर ऋतु चंदेरिया प्रशिक्षण शिविरों के माध्यम से बालिकाओं को आत्मरक्षा के गुण सिखातीं हैं। वह बड़ी संख्या में बालिकाओं को प्रशिक्षित कर चुकीं हैं। इस तरह के आयोजनों से बालिकाओं में संकल्प शक्ति का विकास होता है। बालिकाएं कदम दर कदम आगे बढ़ती जातीं हैं और किसी भी विपरीत परिस्थिति का डटकर मुकाबला कर सकतीं हैं। विद्यालय की छात्रा वर्षा त्रिपाठी का कहना है कि प्रशिक्षण के बाद सभी छात्राओं में संकल्प शक्ति बढ़ी है। प्रतिदिन नियमित अभ्यास करके ट्रेनर की ओर से बताए गए तरीकों को बेहतर तरीके से सीखेंगे। हमारे समाज मे ऐसे लोगो की सक्त जरूरत हे जो लड़कियो को प्रोत्साहन दे सके ऋतु चंदेरिया एक ऐसी शिक्षक बनकर ट्रेनर की ओर से सिखाए गए तरीकों को प्रयोग में लाकर हमला करने वाले व्यक्ति को परास्त किया जा सकता है।विपरीत परिस्थितियों में अपना हौसला नहीं छोड़ना चाहिए। औरैया मे बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनने और आत्मरक्षा के लिए स्वयं को शारीरिक और मानसिक तौर पर तैयार करना चाहिए।