लखनऊ समाचार उत्तर प्रदेश के लखनऊ के सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इंडिया गठबंधन में सीटों के बंटवारे पर कहा कि सपा के प्रमुख महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव को वार्ता की जिम्मेदारी दी गई है। वर्ष 2019 व 2022 चुनाव का आंकड़ा हम लोगों के सामने है। उसके आधार पर ही आगे का निर्णय लिया जाएगा। वही, इस संबंध में दोनों दलों की दिल्ली में शुक्रवार को प्रस्तावित बैठक नहीं हो सकी। बताया जा रहा है कि सीटों को लेकर कांग्रेस का होमवर्क पूरा न होने के कारण उनकी तरफ से ही बैठक टालने का अनुरोध किया गया था। इंडिया गठबंधन में सीटों पर बातचीत के लिए सपा ने प्रो. रामगोपाल यादव, सांसद जावेद अली, विधायक संग्राम सिंह यादव व लालजी वर्मा और पूर्व एमएलसी उदयवीर सिंह का पैनल बनाया है।
12 जनवरी की प्रस्तावित बैठक में भाग लेने ये सभी नेता दिल्ली पहुंच भी गए थे। सपा सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद का बैठक टालने के लिए फोन आया। अब यह बैठक 15 जनवरी के बाद होगी। सपा ने कांग्रेस से यह बताने को कहा है कि जिन सीटों पर वो दावा कर रही है, पिछले चुनावों में वहां उसकी स्थिति क्या रही है, किस प्रत्याशी को वहां से लड़ाना चाहती है और जीत के समीकरण क्या हैं। कांग्रेस का यह होमवर्क पूरा नहीं हो सका था, इसलिए बैठक टालने पड़ी। अब यह बैठक 16-17 जनवरी को होने की उम्मीद है।
उधर, कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि यूपी से कांग्रेस के 35 सीटों का प्रस्ताव देने के बाद से सपा असहज है। उसने सभी सीटों पर दो-दो प्रस्तावित उम्मीदवारों के नाम मांगे हैं। इस पर कांग्रेस ने भी सपा के प्रस्तावित उम्मीदवारों के नाम मांग लिए हैं। इसी वजह से आज की बैठक स्थगित कर दी गई है। कांग्रेस, गठबंधन में बसपा और सपा दोनों को साथ रखना चाहती है। इस संबंध में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का कहना है कि उन्होंने 35 सीटों का ब्यौरा दे दिया है। गठबंधन के मामले में अभी शीर्ष नेतृत्व की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है