राजस्थान के राजधानी जयपुर सहित प्रदेश भर के छह हजार 712 पेट्रोल पंप संचालक हड़ताल पर रहेंगे। 13-14 सितंबर को सुबह से 10 से शाम छह बजे तक पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल और डीजल नहीं मिलेगा। इसके बावजूद राज्य सरकार ने वैट विसंगति की मांग को नहीं माना तो 15 सितंबर से संचालक अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे। राजस्थान में पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएसन की बैठक में निर्णय लिया गया है कि प्रदेश भर में 13 और 14 सितंबर को सुबह 10 से शाम छह बजे तक पेट्रोल-डीजल की बिक्री पेट्रोल पंप से नहीं की जाएगी। राज्य सरकार से पेट्रोल-डीजल से टैक्स घटाने की मुख्य मांग को लेकर यह एलान राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने किया है। सिरोही जिला मुख्यालय पर भी सोमवार को पेट्रोलियम डीलर एसोसिएसन सदस्यों की बैठक का आयोजन हुआ। इसमें कई बार अवगत करवाने के बाद भी राज्य सरकार द्वारा पेट्रोल- डीजल पर वेट की दरें कम नहीं करने पर रोष जताया गया। बैठक में सिरोही पेट्रोलियम डीलर एसोसिएसन जिलाध्यक्ष संदीप जयसवाल ने कहा कि प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा गत 24 अप्रैल से महंगाई राहत कैंप आयोजित किए जा रहे हैं। सभी ग्राम पंचायत मुख्यालय पर राहत कैंप का आयोजन किया गया। लेकिन, राज्य सरकार द्वारा डीजल और पेट्रोल पर वैट कम नहीं किया गया। चुनावी वर्ष में पेट्रोलियम डीलर वैट के मुददे को जोर-शोर से उठाया गया है। राज्य की जनता पर पेट्रोल-डीजल पर अत्यधिक वैट होने से महंगाई का बोझ महसूस हो रहा है। इसी के तहत राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के आह्वान पर हड़ताल करने का निर्णय किया गया है। सरकार से पेट्रोल और डीजल पर वैट और टैक्स कम करने की मांग की जा रही है। बैठक में आंदोलन को सफल बनाने की कार्य योजना बनाई गई। तहसील स्तर पर रूट चार्ट बनाकर हड़ताल को सफल बनाने की तैयारी की गई। इस संबंध में राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन द्वारा राज्य सरकार और सभी जिला कलेक्टर को पूर्व में सूचना दी जा चुकी हैं। संगठन जिला अध्यक्ष के अनुसार, आगामी 13 और 14 सितंबर को 10 से शाम छह बजे तक सांकेतिक हड़ताल करने का निर्णय हुआ। इस दौरान पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल डीजल की बिक्री बंद रहेगी। सरकार द्वारा मांगें नहीं माने जाने पर 15 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया गया है। हालांकि, इस दौरान सिर्फ एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड को ही ईधन दिए जाने का निर्णय किया गया है।