उत्तर प्रदेश के कानपुर के बिधनू के बकौली ग्राम प्रधान के पति की धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी गई थी। मामले में फरार तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है। मुख्य आरोपी कल्लू ने बताया कि श्रीराम का कई बार पिता प्रमोद दुबे से विवाद हो चुका था। इसके चलते ही पिता, भाई और बहनोई के साथ मिलकर उसकी हत्या की साजिश रची थी। घटना रविवार देर रात की है। सोमवार सुबह उनका शव घर से डेढ़ किमी दूर खडंजे के किनारे पड़ा मिला था। सूचना पर फोरेंसिक टीम संग मौके पर पहुंचे एसीपी घाटमपुर ने साक्ष्य एकत्रित किए थे। एसीपी घाटमपुर दिनेश कुमार शुक्ला ने बताया था कि अब तक कि जांच में सामने आया कि मुख्य हत्यारोपी प्रमोद को श्रीराम ने चोरी के एक मामले में जेल भिजवाया था। इसके बाद दोनों के बीच अक्सर गालीगलौज होती थी। सभी की गिरफ्तारी हो चुकी है। अब घटना का कारण स्पष्ट हो सकेगा। श्रीराम के बेटे लवकुश ने छोटी बकौली निवासी प्रमोद दुबे उर्फ लाला, उसके बेटे प्रतीक, कल्लू और राधन शिवराजपुर निवासी दामाद गोरे के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने नामजद आरोपियों की लोकेशन निकलवाई थी। कल्लू ने बताया कि रविवार शाम को जब बाजार जाते समय श्रीराम ने उसे चोर कहकर गाली दी, तो घर जाकर पिता से शिकायत की। इसके बाद उसके पिता प्रमोद ने श्रीराम को मारने की साजिश रची। पहले पांचों ने कठारा से शराब लाकर पी। इसके बाद गांव से 200 मीटर दूर श्रीराम का इंतजार करने लगे। श्रीराम के पहुंचते ही उसे घेर लिया। कहासुनी के दौरान प्रमोद दुबे ने सिर पर पीछे से कुल्हाड़ी से वार कर दिया। श्रीराम जैसे ही जमीन पर गिरा सब लोगों ने हमला कर दिया। उसका शव छोटी बकौली से करीब 200 मीटर दूर बाइक के नीचे दबा मिला। वहीं उनके माथे और गर्दन पर गहरे चोट के निशान थे। बाइक में कोई खरोंच के निशान थे। वहां दो चश्मे मिले, एक चाचा और दूसरा हत्यारोपी का हो सकता है। मोबाइल भी क्षतिग्रस्त था। ऐेसे में प्रतीत होता है कि पहले से घात लगाए बैठे बदमाशों ने बाइक रोककर सिर और गर्दन पर ताबड़तोड़ वार कर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही हे