इंदौर के मध्य क्षेत्र का एक श्मशानघाट इतना हरा भरा है कि वहां लोग टाइम पास करने के लिए आने लगे हैं। लोग अब श्मशानघाटों को भी नहीं छोड़ रहे हैं। समय काटने वहां भी चले जाते हैं। इससे परेशान होकर श्मशान का संचालन करने वाली समिति को जगह-जगह बोर्ड लगाने पड़े। उस पर लिखा है- फालतू बैठना मना है।
तीन एकड़ में बना रामबाग मुक्तिधाम शहर के सबसे साफ और सुंदर मुक्तिधामों में से एक है। ज्यादा हरियाली होने के कारण यहां के पेड़ों पर कई पक्षियों ने घोंसले बना रखे हैं। कई लोग पक्षियों को दाना देने यहां आते हैं। इसके अलावा दिन में कई बार नशा करने वाले भी श्मशान में घुस आते हैं और इधर-उधर बैठे रहते हैं। इससे मुक्तिधाम समिति परेशान है इंदौर का ये श्मशानघाट इतना हरा भरा है लोग फालतू बैठने लगे हैैं कई लोग नशा करके घंटों यहां बैठते हैं। मुक्तिधाम में लगे पौधों के फूल तोड़कर ले जाते हैं।
रामबाग मुक्तिधाम समिति के पदाधिकारी सुधीर दांडेकर कहते हैं कि वैसे तो श्मशानघाट पर कभी ताला नहीं लगता पर परेशान होकर समिति को चेतावनी भरा बोर्ड लगाना पड़ा, दांडेकर कहते हैं हमने यहां 20 से अधिक प्रजाति के गुलाब लगाए हैं। कई स्पर्धा में मुक्तिधाम के गुलाब को पुरस्कार मिले हैं। सफाई पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाता है। हरियाली को भी बरकरार रखा है। इसलिए श्मशान का संचालन करने वाली समिति को जगह-जगह बोर्ड लगाने पड़े। उस पर लिखा है- फालतू बैठना मना है।