कानपुर देहात के क्षेत्र रुरा कस्बा मे ओमप्रकाश राजभर ने एक गेस्ट हाउस में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की बैठक में उन्होंने कहा कि पहले हम अंग्रेजों के गुलाम थे। अब नेताओं के गुलाम हो गए हैं। देश में 6743 जातियां हैं, लेकिन नेताओं को 12 जातियों से अधिक की जानकारी नहीं है उनकी शिक्षा, रोजगार, दवाओं के लिए बजट कैसे और कहां से आएगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा निशुल्क होनी चाहिए। प्रत्येक गांव व कस्बे में शिक्षा से कोई अछूता न रहे इसके लिए अभियान चलाने की जरूरत है।
विकास को समय से खत्म किया गया होता, तो पुलिसकर्मियों की जान नहीं जाती। अतीक के गुर्गों का सही समय पर पता लगा लिया गया होता, तो विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की प्रयागराज में हत्या नहीं होती। इससे सरकार को सबक लेना होगा।विकास की बात कहकर जातिवाद खत्म करने को कहती है, लेकिन तहसील से बनाए जा रहे जाति प्रमाणपत्र पर रोक नहीं लगवाती है। राजभर जी ने आतिक अहमद के साथियो का पता लगाने मे पुलिस नाकाम रही कानपुर देहात मे बैठक मे राजभर जी का यही मुद्दा मेन रहा


































