मोदी सरकार इस समय बहुत तेजी से काम कर रही है, अभी तक जितने भी परमाणु संयंत्र है वो दक्षिण भारत में ही है, अब मोदी सरकर ने उत्तर भारत की तरफ रुख किया है और उत्तर भारत का पहला परमाणु संयंत्र हरियाणा राज्य के फतेहाबाद जिले के गोरखपुर (ये गोरखपुर योगी जी के क्षेत्र जो उत्तर प्रदेश में है उससे अलग है ) में बन रहा है और आपको बता दे की यह जगह राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली से करीब 150 किमी उत्तर दिशा में है।
क्या कहते मंत्री जी इस बारे में
भारत सरकर में जितेंद्र सिंह जो की केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी के राज्य मंत्री है, उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन काल में देश के अन्य हिस्सों में ही परमाणु ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना उनके कार्यकाल प्रमुख उपलब्धियों में से एक होगी, जो अभी तक दक्षिणी राज्यों जैसे तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश या पश्चिम में महाराष्ट्र राज्य तक ही सीमित था। गोरखपुर हरियाणा अनु विद्युत परियोजना (GHAVP) की 700 मेगावॉट क्षमता की दो इकाइयां गोरखपुर गांव के पास चालू करने पर काम जोरशोर से हो रहा है। अब तक, परियोजना के लिए कुल आवंटित धनराशि 20,594 करोड़ रुपये में से कुल 4,906 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च की जा चुकी है।
जिंतेंद्र सिंह ने कहा कि भारत सरकार द्वारा 10 और परमाणु रिएक्टरों की स्थापना के लिए एक बड़ी मंजूरी दी गई है। और कहा कि परमाणु ऊर्जा विभाग को परमाणु ऊर्जा संयंत्र खोलने के लिए सार्वजनिक उपक्रमों के साथ संयुक्त उद्यम बनाने की भी अनुमति दे दी गई है, जो कि आने वाले समय में भारत की समस्त ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करने की क्षमता रखने वाला एक उभरता हुआ एवं आशा का क्षेत्र है।