उत्तर प्रदेश के आगरा मे चुनाव को लेकर बड़ी होड मची हे आगरा में पिछले तीन दशक से मेयर की सीट पर काबिज भाजपा में मेयर के टिकट के लिए सबसे ज्यादा मारामारी है। मेयर की सीट अनुसूचित जाति महिला के नाम पर आरक्षित होने के बाद केंद्र से जुड़े एक माननीय अपनी बेटी को राजनीति में पदार्पण कराने की तैयारी में हैं। वहीं आगरा में फिर से पैर जमाने की कोशिश में लगे दूसरे माननीय ने भी दावा ठोंक दिया है पूर्व विधायक भी मेयर के टिकट की दौड़ में लगी हैं। उन्हें भी जिले के एक माननीय का आशीर्वाद प्राप्त है। ऐसे में टिकट का दावा करने वाली पूर्व पार्षद ने भी अपने को लड़ाई से अलग नहीं किया है। नामांकनपत्रों की खरीद तीन दिन से चल रही है भारतीय जनता पार्टी में मेयर के टिकट के लिए जबर्दस्त खींचतान है। दो माननीयों की प्रतिष्ठा दांव पर है तो एक पूर्व विधायक ने भी जोर लगाने में कसर बाकी नहीं रखी है। पूर्व पार्षदों के दावों के बीच दो नए नामांकनों ने दावेदारों की जंग को बहुकोणीय बना दिया है दावेदार अपने प्रयास कर रहे हैं। हालांकि पार्टी के पदाधिकारियों का कहना है कि ज्यादातर वार्डों में प्रत्याशी तय हो चुके हैं। भाजपा सत्ताधारी पार्टी है। ऐसे में पार्टी दावेदारों भी ज्यादा हैं। लेकिन शनिवार तक प्रत्याशियों की घोषणा की जा सकती है।