उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट (बीआईसी) पर सात वर्षों बाद रफ्तार की जंग शुरू हो गई है। शुक्रवार को ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने बीआईसी पर सुपर बाइक के साथ मोटो जीपी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारत मोटरसाइकिलों का देश है। यहां लोग किसी भी गाड़ी से अधिक दोपहिया वाहन का उपयोग करते हैं। मोटो जीपी का आयोजन 24 सितंबर तक जारी रहेगा। शनिवार को पोल पोजीशन हासिल करने के लिए मोटो जीपी, मोटो जीपी -2 और मोटो जीपी-3 श्रेणी में क्वालीफाइंग रेस होंगी। शुक्रवार को पहले दिन अभ्यास सत्र में मोटो जीपी, मोटो जीपी-2 और मोटो जीपी- 3 रेस में अंतरराष्ट्रीय राइडर्स ने अपनी सुपर बाइकें दौड़ाईं। तीनों रेस के लिए 41 टीमों के 82 राइडर एक-दूसरे को पछाड़ने की तैयारी में जुटे हैं। पहले दिन ट्रैक पर 500 सीसी, 750 सीसी और 1000 सीसी की बाइकें फर्राटा भरती दिखीं। मोटो जीपी के विश्व चैंपियन फ्रांसेस्को बगानिया, मार्क मार्कवेज, एम बेज्जेच्ची और ब्रैड बाइंडर भी अपनी सुपर बाइकों के साथ ट्रैक पर फर्राटा भरते दिखे। जिसे देखकर दर्शकों ने जमकर तालियां बजाईं। शुक्रवार को रेस के दौरान कुछ राइडर्स की बाइकें ट्रैक पर फिसलीं। इसमें कुछ राइडर्स को चोट भी लगीं। हालांकि, कोई गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ। मोटो जीपी के उद्घाटन के अवसर पर सद्गुरु ने कहा कि युवाओं के लिए अपनी ऊर्जा का विस्तार करना आवश्यक है। आज ऐसे खेल की आवश्यकता है जो चुनौतीपूर्ण हो। सद्गुरु ने कहा कि अपनी 250 सीसी वाली सिंगल सिलेंडर बाइक से पूरे भारत में कई बार बाइक से यात्रा की है। लोग सोचते हैं कि मोटो जीपी रेस खतरनाक है। लेकिन, सड़क पर सवारी करना इससे कहीं ज्यादा खतरनाक है। उन्होंने बताया कि मोटरसाइकिल सिर्फ परिवहन का साधन नहीं बल्कि यह देशभर में घूमने की आजादी भी देता है। सद्गुरु ने मृदा बचाओ आंदोलन का नेतृत्व करते हुए 100 दिनों में लंदन से दक्षिण भारत तक करीब 30,000 किमी की मोटरसाइकिल यात्रा की थी। उद्घाटन समारोह के दौरान जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। ग्रेटर नोएडा। वर्ष 1949 में शुरू हुई मोटोजीपी रेस अब तक 29 देशों में हो चुकी है। भारत में पहली बार इसका आयोजन हो रहा है। एशिया में भारत आठवां देश है जहां रेस आयोजित हो रही है। इससे पहले इंडोनेशिया, थाईलैंड, तुर्किये, जापान, मलेशिया, चीन और कतर में मोटोजीपी हो चुकी है। वहीं बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट विश्व का 31वां सर्किट है जहां सुपर बाइक रफ्तार भरेंगी।