गोरखपुर समाचार उत्तर प्रदेश के गोरखपुर मे ग्रहों के राजा सूर्य 15 जनवरी को राशि परिवर्तन करेंगे। सूर्य, धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, ऐसे में अब 2080 तक मकर संक्रांति 15 जनवरी को ही मनाई जाएगी। इसके बाद फिर ज्योतिष गणना के अनुसार, मकर संक्रांति एक दिन आगे बढ़ जाएगी। यानी सूर्य का राशि परिवर्तन हर वर्ष 16 जनवरी को होगा और इसी दिन मकर संक्रांति मनाई जाएगी। ज्योतिर्विद पंडित नरेंद्र उपाध्याय व पंडित शरद चंद्र मिश्र के अनुसार, हर साल सूर्य की राशि परिवर्तन में 20 मिनट का विलंब होता है।
इस प्रकार तीन वर्षों में यह अंतर एक घंटे का हो जाता है। 72 वर्षों में 24 घंटे का फर्क आ जाता है। सूर्य व चंद्रमा ग्रह मार्गीय होते हैं। यह पीछे नहीं चलते हैं। इसलिए एक दिन बढ़ जाता है। इस लिहाज से 2008 में ही 72 वर्ष पूरे हो गए थे। हालांकि छह वर्षों तक सूर्य का राशि परिवर्तन प्रात:काल में होने से पूर्व काल मानकर 15 जनवरी को मनाई जाती थी। मगर इसके पहले सूर्य का राशि परिवर्तन संध्याकाल में होता था। इसलिए 14 जनवरी को मकर संक्रांति मान्य थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। इनका राशि परिवर्तन हमेशा प्रात: काल में ही होगा।
1936 से मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनाई जा रही थी। हालांकि 1864 से 1936 तक 13 जनवरी और 1792 से 1864 तक 12 जनवरी को मनाई जा रही थी। मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी। वाराणसी से प्रकाशित हृषीकेश पंचांग के अनुसार, इस दिन पौष शुक्ल पंचमी है। इस दिन शतभिषा नक्षत्र और चंद्रमा की स्थिति कुंभ राशि पर है। इसी दिन सूर्य धनु राशि का परित्याग कर सुबह नौ बजकर 13 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इस दिन अमृत नामक औदायिक योग बन रहा है। ज्योतिषाचार्य मनीष मोहन व पंडित बृजेश पांडेय के अनुसार, अमृत योग में मकर संक्रांति होने से इस दिन किया गया दान, स्नान और समस्त धार्मिक कार्यों के लिए अत्यंत पुण्य फलदायक रहेगा।