उत्तर प्रदेश के लखनऊ के विधानसभा में अब बसपा और कांग्रेस को अब उनकी सदस्य संख्या के लिहाज से कार्यालय कक्ष की जगह केबिन मिलेगा। समाजवादी पार्टी को उनकी सदस्य संख्या के हिसाब से बड़ा कक्ष देने के लिए कांग्रेस के विधानमंडल दल को सपा विधानमंडल दल के कार्यालय में मिला दिया गया है। समाजवादी पार्टी की ओर से विधानसभा और विधान परिषद में उनकी सदस्य संख्या को देखते हुए विधानसभा में बड़ा कक्ष आवंटित करने की मांग की गई थी। सपा की मांग पर विधानसभा सचिवालय ने कांग्रेस के कार्यालय को सपा कार्यालय से जोड़ दिया है। बसपा का दफ्तर भी वापस लिया गया है। विधानसभा सत्र नजदीक होने के चलते सपा कार्यालय में फर्नीचर सहित अन्य व्यवस्थाओं का काम तेजी से चल रहा है। वहीं कांग्रेस और बसपा को फिलहाल एक-एक केबिन आवंटित किया गया है।
विधानसभा के अधिकारी ने बताया कि बसपा के मात्र एक और कांग्रेस के दो विधायक हैं इसलिए केबिन दिया गया है। कांग्रेस विधान मंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना का कहना है कि कमरा छोटा करने के संबंध में जानकारी नहीं है। सर्वदलीय बैठक में तय हुआ था कि कमरे में कुछ काम होना है। कल विधान मंडल भवन में जाएंगे। फिर देखेंगे कि जरूरत के मुताबिक जगह है या नहीं। यदि जगह कम होगी तो विधानसभा अध्यक्ष को अवगत कराया जाएगा। बसपा विधायक उमाशंकर सिंह ने कहा कि इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात कर कार्यालय आवंटित करने की मांग करेंगे। उन्होंने कहा अभी एक छोटा केबिन दिया गया है।