उत्तर प्रदेश के आगरा मे कर विभाग से जुड़े एक अधिकारी हनीट्रैप के शिकार हो गए। महिला ने खुद को आईएएस अधिकारी बताकर फेसबुक पर दोस्ती की। प्रेमजाल में फंसाकर शादी भी कर ली। इसके बाद अधिकारी से 71 हजार रुपये शादी की शॉपिंग के लिए हड़पे। कई बार रकम वसूली। कुछ दिन बाद घर से चली गई। आरोप है कि महिला पूर्व में भी कई प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों को फंसाकर रकम हड़प चुकी है। डीपीसी सिटी के निर्देश पर थाना जगदीशपुरा में महिला के विरुद्ध धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। जगदीशपुरा क्षेत्र में रहने वाले राज्य कर अधिकारी आगरा में ही तैनात हैं। मूल रूप से मैनपुरी के रहने वाले हैं। उन्होंने दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा है कि उनकी फेसबुक पर दोस्ती एक युवती से हुई थी। युवती ने अपना नाम कल्पना मिश्रा बताया। कहा कि वह सुल्तानपुर की रहने वाली है। कल्पना ने खुद को अविवाहित बताया था। साथ ही खुद को अंडरकवर आईएएस अधिकारी बताकर गुमराह किया। वह भी अविवाहित थे। इस कारण कल्पना से नजदीकियां बढ़ने लगीं। उन्होंने शादी का प्रस्ताव रखा तो वह तैयार हो गई। एक दिन कल्पना ने मुलाकात तय की, जिस स्थान पर आना था, वह उस स्थान पर नहीं पहुंची। उन्हें दूसरी जगह मुलाकात के लिए बुला लिया। इस दौरान उसने 71 हजार रुपये की शॉपिंग की। यह पैसा उनसे लिया। तैनाती के बारे में पूछने पर बताया कि विभाग ने मना किया है वह इसे नहीं बता सकती है। इसके बाद कल्पना ने आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली। कुछ दिन साथ रहने के बाद कल्पना घर से चली गई। इसके बाद किसी ना किसी बहाने से रुपयों की मांग करने लगी। वह लगातार उसे रुपये जमा कर देने लगे। शक होने पर उन्होंने सुल्तानपुर में कल्पना के बारे में पता किया तो वह पहले से शादीशुदा निकली। उसने लखनऊ के व्यक्ति से शादी कर रखी है। उससे कोर्ट में तलाक का केस चल रहा है। जब उन्होंने कल्पना के पति से मुलाकात की तो उन्होंने दस्तावेज देने से मना कर दिया। यह भी सामने आया कि कल्पना खुद को मजिस्ट्रेट बताकर लोगों को मिलती है। उन्हें अपने प्रेमजाल में फंसाकर रुपये लेती है। पूर्व में उसने एक एडिशनल एसपी को भी प्रेमजाल में फंसा लिया था। खुद को हाथरस में तैनात बताया था। फर्जीवाड़े का पता चलने पर राज्य कर अधिकारी परेशान हो गए। उन्होंने डीसीपी सिटी से शिकायत की। उनके आदेश पर थाना जगदीशपुरा में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।