उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले के तालग्राम कोतवाली क्षेत्र में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर तालग्राम थाना क्षेत्र के छिबरामऊ अंडरपास के समीप गड्ढे में शुक्रवार की सुबह दो युवकों का शव पड़ा मिला। राहगीरों ने शवों को पड़ा देखा, तो इलाके में सनसनी फैल और लोग की भीड़ जुट गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों की पहचान चाचा-भतीजे के रूप में की। पुलिस अज्ञात वाहन से टक्कर लगने से हादसा होने का अनुमान लगा रही है। पुलिस ने विधिक कार्रवाई के बाद दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मामले की जांच की जा रही है। तिर्वा कोतवाली क्षेत्र के अहेर गांव निवासी शैलेंद्र कठेरिया (22) बहनोई त्यौर गांव निवासी परशुराम के घर में पूजा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए चचेरे भतीजे नागेद्र (29) के साथ गुरुवार की शाम सात बजे घर से निकले थे। दूसरी बाइक पर परिवार का चचेरा भाई सुमित और उसका दोस्त था। समित तालग्राम चौराहे पर गुटखा खरीदने लगा। वह जब त्यौर गांव पहुंचा तो वहां शैलेंद्र और नागेंद्र नहीं मिले। उन्होंने फोन किया पर रिसीव नहीं हुआ। बहनोई के परिजनों ने बाइक और लोडर से चाचा-भतीता की खोजबीन की पर पता नहीं चला। शुक्रवार सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में दोनों के शव छिबरामऊ अंडर पास के गड्ढे में पड़े मिले। पुलिस ने दोनों शवों को सीएचसी रखवाकर परिजनों को सूचना दी। मौत की खबर से परिवार में कोहराम मच गया। चौकी प्रभारी ने दोनों शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस के अनुसार किसी वाहन ने पीछे से बाइक में टक्कर मार दी। इससे एक्सप्रेस वे के अंडर पास के समीप सड़क किनारे खड़े बिजली पोल से बाइक टकरा कर गहरे गड्ढे में जा गिरी। घायल अवस्था में पूरी रात पड़े रहने से मौत हो गई। बाइक भी पीछे के हिस्से मामूली क्षतिग्रस्त हुई है। परिवार के कश्मीर सिंह ने बताया कि दोनों मजदूरी करते थे। चाचा शैलेंद्र की अभी शादी नहीं हुई थी। भाई रोहित और बहन धनदेवी की शादी हो गई। जबकि नागेंद्र की पत्नी प्रिंकी, और एक पुत्र व तीन बेटियां है। इकलौते पुत्र की मौत से मां रेशमादेवी का रो- रोकर हाल बेहाल है। जबकि नागेंद्र के पिता की कुछ साल पहले मौत हो चुकी है। जीजा के घर भतीजे के साथ न पहुंचने से परेशान परिवार और रिश्तेदारों ने शैलेंद्र के मोबाइल पर कॉल करते रहे। मोबाइल पर 255 मिली मिस्ड कॉल मिली हैं। पिता रामपाल का कहना है कि रात में खोजबीन की गई, लेकिन कुछ पता नहीं चला। अगर पता चल जाता, तो समय से अस्पताल पहुंच जाते तो शायद जान बच जाती। पुलिस मामले की जांच कर कर रही हे