राजस्थान के कोटा मे असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के राजस्थान के कोटा में सभा को संबोधित करते हुए बोल बिगड़ गए। उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड को लेकर हिमंता ने कहा कि ऐसी घटना अगर असम में होती तो मैं हिसाब बराबर कर देता। 5 मिनट में दूसरे कांड की ब्रेकिंग न्यूज टीवी पर चलने लग जाती। हिसाब बराबर करने में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राजस्थान में अशोक गहलोत जैसे लोग कुर्सी पर बैठे हैं और राहुल गांधी जैसा नेता हैं। इसी कारण से यहां हिंदुओं की ये दुर्दशा हुई है। दरअसल, कल गुरुवार को असम के मुख्यमंत्री कोटा में भाजपा की परिवर्तन संकल्प यात्रा समाप्त होने के मौके पर एक रैली को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस कहती थी आर्टिकल 370 मत हटाओ, हल्ला हो जाएगा। अरे, जब हिंदू 80 फीसदी हैं तो आपका कौन क्या कर सकता है? लेकिन उन्हें हिंदुओं पर विश्वास नहीं है। बाबर उनका दोस्त है और काम बाबर जैसा है। अपने भाषण के दौरान सीएम सरमा ने राहुल गांधी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा- मैं 22 साल तक कांग्रेस में रहा हूं। चुनाव से पहले कांग्रेस कुछ न कुछ बांटने की स्कीम ले आती है और फिर उसी स्कीम से चुनाव का खर्च निकालती है। राजस्थान में चल रही अन्नपूर्णा पैकेट योजना गरीबों के लिए नहीं है, ये किसी की जेब गरम करने के लिए लाई गई है। सरमा ने कहा कि अगर, इन्हें गरीबों की इतनी चिंता थी, अन्नपूर्णा पैकेट देने थे तो 5 साल से क्यों शुरू नहीं किए? कोरोना काल में लोगों के सामने खाने की परेशानी थी, तब उन्हें ये पैकेट क्यों नहीं दिए गए? सीएम सरमा ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दो दिन बाद ये सब योजनाएं बंद हो जाएंगी। ऐसे में लोगों को क्या फायदा? सरकार से इसका जवाब मांगना चाहिए। राहुल गांधी वीरों की भूमि राजस्थान में कौन सा मुंह लेकर आएंगे? उन्होंने क्यों झूठ बोला था। वे पहले गंगा में डुबकी लगाएं, माफी मांगें और फिर राजस्थान में आएं।