वाराणसी समाचार उत्तर प्रदेश के वाराणसी मे काशी विश्वनाथ धाम में भक्तों की सुरक्षा पुख्ता करने के साथ ही सहूलियत के लिए पुलिस के साथ निजी सुरक्षा एजेंसी भी तैनात होगी। मंदिर प्रशासन ने इसके लिए सुरक्षा एजेंसी का चयन कर लिया है। नए सुरक्षा प्लान को लागू करने के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर की हाई पावर कमेटी में व्यापक चर्चा हुई। इसमें केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की ओर से तैयार की गई कार्ययोजना के अमल पर भी चर्चा हुई। एडीजी (सुरक्षा) रघुबीर लाल की अध्यक्षता में मंडलायुक्त सभागार में हुई बैठक में सीआईएसएफ की कार्ययोजना के आधार पर सुरक्षा में बदलाव पर चर्चा हुई। इसमें तय हुआ कि स्थानीय टीम संयुक्त रूप से धाम परिसर का निरीक्षण कर यह रिपोर्ट देगी कि सीआईएसएफ के प्लान को एक साथ लागू किया जाए या इसके लिए चरणबद्ध प्रक्रिया अपनाई जाए।
दरअसल, सीआईएसएफ ने काशी विश्वनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को एयरपोर्ट की तर्ज पर लागू करने का सुझाव दिया है। इसमें मंदिर परिसर से पुलिस सुरक्षा को हटाने का भी सुझाव है। इसके लिए निजी सुरक्षाकर्मियों को तैनात करने का प्रस्ताव दिया गया है। इसके अलावा सशस्त्र और बिना हथियार वाले सुरक्षाकर्मियों के ड्यूटी प्वाइंट चिह्नित हैं। मुख्य द्वार पर सामान आदि की जांच के बाद मंदिर में प्रवेश करने से पहले भक्तों की सुरक्षा जांच की जाएगी। यहां बता दें कि धाम के नए स्वरूप के बाद रेड, यलो व ग्रीन जोन की व्यवस्था में बदलाव के बाद श्रद्धालुओं को गेट नंबर चार से मोबाइल व सामान के साथ धाम में प्रवेश की अनुमति मिली है। बैठक में सभी द्वार से मोबाइल के साथ प्रवेश पर चर्चा हुई, मगर इसे लागू करने से पहले सीआईएसएफ के प्लान पर स्थलीय निरीक्षण पर सहमति बनी।
यहां बता दें कि मंदिर प्रशासन ने मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था के लिए निजी सुरक्षा एजेंसी का चयन कर लिया है। सीआईएसएफ के प्लान के अनुसार पुलिस सुरक्षा पर निर्णय के बाद निजी सुरक्षाकर्मियों की संख्या आदि पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। इस दौरान पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन, जिलाधिकारी एस राजलिंगम, मंदिर सीईओ डा. सुनील वर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद हैं। धाम परिसर का निरीक्षण कर देखी व्यवस्था एडीजी सुरक्षा रघुबीर लाल ने हाई पावर कमेटी के सदस्यों के साथ काशी विश्वनाथ धाम परिसर की व्यवस्था देखी। इसमें सुरक्षा के लिए बनी चौकी और प्वाइंट आदि को भी