हरियाणा के करनाल। रोडवेज के बेड़े में नई बसें आने के बाद जिले की परिवहन सेवा बेहतर करने का तो प्रयास किया जा रहा है लेकिन दूसरे राज्यों की कागजी प्रक्रिया के कारण अंतरराज्यीय मार्गों पर नई बसों के संचालन में देरी हो रही है। करनाल से उत्तराखंड के नैनीताल और कागजी प्रक्रिया में उलझी नैनीताल और कोटद्वार बस सेवा के लिए पहली जुलाई से बस चलाने की योजना थी, लेकिन उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कई जिलों के डिपो से काउंटर का समय और परमिट मिलने में देरी के कारण अभी तक इन दोनों नए मार्ग पर बस का संचालन शुरू नहीं हो पाया। अधिकारियों के अनुसार, वे दस्तावेज तैयार कराने में जुटे हैं। दोनों मार्ग के लिए परमिट तो मिल गया है पर अभी अलग-अलग अड्डों के काउंटरों का समय मिलना शेष है। इसके लिए तेजी से प्रक्रिया चल रही है। अब अधिकारी पांच अगस्त से बस शुरू करने का लक्ष्य लेकर कार्य कर रहे हैं। करनाल रोडवेज के बेड़े में वर्तमान में 145 बसें हो चुकी हैं। इनमें करीब 55 बसें नई हैं। नैनीताल और कोठद्वार जाने के लिए कर्ण नगरी के लोगों को अभी तक दूसरे जिलों से बस लेनी पड़ती है या फिर रेल और निजी साधनों से ही यात्रा कर पाते हैं। लेकिन अब करनाल रोडवेज की ओर से इन दोनों अंतरराज्यीय मार्गों के लिए बस चलाने की तैयारी है। इससे इन जगहों पर जाने वाले यात्रियों को सुगम सुविधा होने से काफी फायदा होगा। जिले से अभी 17 अंतर राज्यीय मार्गों पर बस संचालन हो रहा है। इन दोनों मार्गों पर बस सेवा शुरू होने से इनकी संख्या बढ़कर 19 हो जाएगी।