कानपुर समाचार उत्तर प्रदेश के कानपुर में प्रदूषण, ठंडक और वायरल संक्रमण से दमा के रोगियों को जटिलताएं बढ़ रही हैं। हैलट और उर्सला की ओपीडी में सांस की शिकायत लेकर आने वाले रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसके साथ ही दमा, अस्थमा, हार्ट और ब्रेन अटैक के रोगी बढ़ गए हैं।गुरुवार को एक रोगी की हार्ट अटैक और एक की दमा (सीओपीडी) से मौत हो गई। हैलट इमरजेंसी में ब्रेन अटैक के पांच और दमा अटैक के साथ सात रोगी भर्ती किए गए हैं।
इसके अलावा डेंगू पॉजिटिव चार रोगी मिल हैं। इनका ब्यौरा यूडीएसपी पोर्टल पर जारी किया गया है। दमा से जूही की रहने वाली रोगी हीरा देवी (36) की मौत हो गई। उन्हें गंभीर हालत में उर्सला में भर्ती किया गया था। रोगी की उपचार के दौरान मौत हो गई। इसके साथ ही लालबंगला क्षेत्र के रहने वाले रोगी वसीम (55) की हार्ट अटैक से मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि कार्डियोलॉजी में उन्हें दो साल पहले स्टेंट लगा था।
सुबह अचानक सांस लेने में दिक्कत हुई और बेहोशी आ गई। इसके बाद अस्पताल ले जाते उसके पहले ही सांसें थम गईं। हैलट इमरजेंसी में लिवर और गुर्दा फेल के रोगी भी भर्ती हुए हैं। हैलट के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरके सिंह ने बताया कि इमरजेंसी में सांस, लिवर, गुर्दा आदि रोगों के रोगी आ रहे हैं।