कानपुर मौसम मे तेज़ी बदलाव ओर बदती गर्मी ने बीमारियो को जन्म दिया हे सबको यही समस्या बुखार खांसी सांस फूलने की दिक्कत लेकर आ रहे हैं। इनमें किसी रोगी की एच3एन2 की जांच नहीं कराई गई है। हैलट की ओपीडी में सोमवार को 200 रोगियों ने जांच कराई। इनमें 125 रोगियों को जुकाम, बुखार, खांसी और गले का संक्रमण था अधिक खांसने और सीने में जकड़न से इन्हें सांस की दिक्कत थी।रोगियों के फेफड़ों में न्यूमोनाइटिस हो जा रहा है। निमोनिया होने से उनका ब्लड प्रेशर गिरने लगता है और पल्स नहीं मिलती। मौसमी वायरल संक्रमण चल रहा है। पुराने रोगियों को दिक्कत बढ़ रही हे एच3एन2 वायरस के संक्रमण से बुखार, गले का संक्र मण, नाक बहना, सिर दर्द और खांसी होती है। इसके अलावा गंभीर स्थिति में यह निमोनिया और सांस की नली में सूजन कर देता है। गंभीर संक्रमण में रोगी की मौत हो जाती है।पांच साल से कम उम्र के बच्चे इस संक्रमण को लेकर अधिक संवेदनशील होते हैं। इसके अलावा गर्भवती महिलाएं, डायबिटीज, गुर्दा, कैंसर, हृदय रोग और न्यूरो के रोगी एहतियात बरतें। इन लोगो को इन्फ़ैकशन का खतरा ज्यादा हे ये लोगो को परेशानी ज्यादा होती हे