उत्तर प्रदेश के कानपुर सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्रेश सिंह ने भाजपा का दामन थाम लिया है। चंद्रेश ने कहा कि सपा जयप्रकाश नारायण, लोहिया व कर्पूरी ठाकुर के समाजवादी विचारों को तिलांजलि दे चुकी है। मुख्यमंत्री योगी की नीतियों से जिस तरह से प्रदेश में विकास हो रहा है, वह उससे काफी प्रभावित हैं।सपा संस्थापक मुलायम सिंह के मुख्यमंत्रित्व काल से जुड़े सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्रेश सिंह ने बुधवार को भाजपा का दामन थाम लिया। पिछले करीब दो वर्ष से सपा की राजनीति में हाशिए पर चल रहे चंद्रेश के भाजपा में आने से ठाकुर बिरादरी के वोट का गणित बदल सकता है। डीएवी कॉलेज की छात्र राजनीति से उभरे चंद्रेश छात्र संघ अध्यक्ष रहते हुए भी चर्चा में रहे। चंद्रेश 25 अप्रैल को महानगर आए सपा राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव के साथ कार्यक्रम भी थे।कुछ दिन बाद ही उनकी आस्था बदल गई। गुुरुवार को कई और सपाई भाजपा में शामिल हो सकते हैं। चंद्रेश सिंह की नेता जी मुलायम सिंह से सीधी बातचीत होती थी। अपनी सक्रियता के चलते वह सपा में जिले के प्रमुख नेताओं में गिने जाते थे। लेकिन आज से दो साल पहले बसपा नेता पिंटू सेंगर की हत्या की घटना के बाद से व सपा की राजनीति में हाशिए पर चले गए थे।दरअसल एक जमीन की पंचायत के मामले में पिंटू सेंगर का चंद्रेश के घर आना था, इससे पहले चंद्रेश के घर के पास ही पिंटू सेंगर की कुछ लोगों ने हत्या कर दी थी। जांच में चंद्रेश का नाम तो सामने नहीं आया लेकिन पार्टी के बीच उनकी छवि बदल गई। ऐसे में वह मौके की तलाश में लंबे समय तक चुपचाप रहे। अब जाकर उन्होंने भाजपा का झंडा उठा लिया। इससे पहले सपा सरकार में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार रही अरुणा कोरी ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। लगातार सपा छोड़कर भाजपा आ रहे इन नेताओं की वजह से समाजवादी पार्टी के अंदर काफी हलचल है।भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल ने चंंद्रेश को भाजपा का पट्टा पहनाकर उनका पार्टी में स्वागत किया। भाजपा का कहना है कि चंद्रेश सिंह के आने से स्थानीय राजनीति में भाजपा को लाभ मिलेगा। चंद्रेश के साथ ही सपा के पूर्व सचिव शोएब अंसारी और डीएवी काॅलेज के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष शिवा ठाकुर भी भाजपा में शामिल हुए।