उत्तर प्रदेश के कानपुर के कल्याणपुर से लापता इंटर के छात्र ऋतिक शुक्ला की पांच दिन बाद शिवली स्थित नहर में लाश मिलने के मामले में पुलिस को छात्र की हत्या के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं। पुलिस ने चारों आरोपी दोस्तों को क्लीनचिट देकर उन्हें छोड़ दिया। छात्र की मौत को हादसा माना है।कल्याणपुर के साहबनगर निवासी शिवनारायण शुक्ला फेरी लगाकर पेठा बेचते हैं। उनका छोटा बेटा इंटर का छात्र ऋतिक शुक्ला (17) बीते 18 अप्रेल की सुबह टहलने निकला था। इसके बाद से लापता हो गया था। इसके बाद परिजनों ने उसकी थाने में अपहरण की धारा में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।22 अप्रैल को उसका शव कानपुर देहात, शिवली की रामगंगा नहर में उतराता मिला था। परिजनों ने उसकी शिनाख्त करते हुए महाराणा प्रतापनगर निवासी चार दोस्तों पर रुपयों के लेनदेन में हत्या कर शव को नहर में फेंकने का आरोप लगाया था। पुलिस ने चारों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन कुछ उ्रगलवा नहीं पाई।इधर पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डूबने से मौत की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने चारों आरोपियों को क्लीनचिट दे दी। कल्याणपुर एसीपी विकास कुमार पांडेय ने बताया कि हत्या के साक्ष्य नहीं मिले हैं। चारों आरोपियों को छोड़ दिया गया है। यदि परिजनों के पास हत्या के कोई साक्ष्य हों, तो पुलिस को सौंप सकते हैं।परिजनों ने पनकी रोड चौकी इंचार्ज आदित्य बाजपेई पर समय रहते ऋतिक के लापता होने व दोस्तों द्वारा पीटे जाने का फुटेज देने के बाद भी उसे न खोजने का आरोप लगाया था। इसे लेकर परिजनों ने कल्याणपुर थाने में हंगामा किया था। पुलिस मामले की छानबीन कर रही हे