उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में जेरीकला मोहल्ले में एक आतिशबाज का मकान संदिग्ध हालत में हुए विस्फोट में उड़ गया। मकान की छत और टीन शेड 300 मीटर दूर तक जाकर गिरा। आसपास के आधा दर्जन मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए। पड़ोसी के मकान को भी काफी नुकसान पहुंचा। गनीमत रही कि हादसे के दौरान परिवार के लोग घर के दूसरे हिस्से में थे। इससे किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। आतिशबाज का परिवार इसे रसोई में रखे सिलेंड के फटने से हादसा बता र हा है। पुलिस इसे घर में रखे विस्फोटक सामग्री में आग लगने से हादसा मान रही है। मौके पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक टीम मामले की पड़ताल कर रही है। बताया जा रहा है कि सदर कोतवाली के तहत शहर के जेरकिला मोहल्ले में रहने वाले मोहम्मद अरशद आतिशबाजी के कारोबार से जुड़े हैं। घर के अलग-अलग हिस्सों में उनके तीन भाई अपने-अपने परिवार के साथ रहते हैं। अरशद के मकान के हिस्से में आंगन के ऊपर टीन शेड रखकर उसे रसोई बनाया गया है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को जुमा की नमाज के लिए अरशद और उसके दूसरे भाई जुमा की नमाज पढ़ने के लिए गए थे। घर में महिलाएं थीं। दोपहर में करीब डेढ़ से दो बजे के बीच अचानक तेज विस्फोट हुआ। एक के बाद एक करके तीन से चार बार तेज धमाका हुआ। धमाके की आवाज दो किलोमीटर दूर तक सुनाई पड़ी। पहले तो कोई कुछ समझ नहीं सका। तब तक अरशद के मकान के ऊपरी कमरा मलबा में तब्दील हो गया। आसपास के लोगों में चीख पुकार मच गई। आस पड़ोस के करीब आधा दर्जन मकान की दीवारों में दरारें पड़ गईं। ठीक पड़ोस में रहने वाले लक्ष्मीकांत कुश्वाहा के मकान का काफी हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया। देखते ही देखते मौके पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। जानकारी पर पहले सदर कोतवाल अजय अवस्थी अपनी टीम के साथ पहुंचे। सीओ सदर डॉ. प्रियंका बाजपेई भी दलबल के साथ पहुंचीं और जरूरी जानकारी जुटाई। फोरेंसिक टीम ने भी हादसे वाले मकान में जरूरी साक्ष्य जुटाए हैं। पुलिस तफ्तीश के बाद आगे की कार्रवाई की बात कह रही है। पुलिस मामले की जांच कर रही हे