हिमाचल प्रदेश के बैजनाथ (कांगड़ा)। प्रदेश की सबसे बड़ी नगर पंचायतों में शामिल बैजनाथ पपरोला नगर पंचायत में एक बार फिर से विकास कार्य के टेंडर रद्द होने जा रहे हैं। पिछले एक वर्ष के दौरान नगर पंचायत के तहत होने वाले विकास कार्यों के टेंडर तीन-चार बार रद्द हो चुके हैं। दो बार रद्द हुए रास्तों के टेंडर अब तक नहीं लग सके हैं। अब गत 3 अगस्त को खुले स्ट्रीट एलईडी लाइटों के टेंडर भी रद्द होने की कगार पर पहुंच चुके हैं। नगर पंचायत के 11 वार्ड में 350 एलईडी लाइट की स्थापना के लिए नगर पंचायत के तहत अंदर आमंत्रित किए गए थे और आधा दर्जन ठेकेदारों ने टेंडर लिए थे। इसके तहत हर वार्ड में 32 लाइट लगाई जानी प्रस्तावित थी। करीब 11 लाख की इन 350 लाइटों में से 200 लाइटें 20 वाट और 150 लाइटें 10 वाट की लगनी थीं। 3 अगस्त को दोपहर बाद 3:00 बजे नगर पंचायत सचिव की उपस्थिति में इन टेंडरों को खोल दिया गया था, लेकिन इनको लेकर अब नगर पंचायत की अध्यक्ष कांता देवी ने सवाल खड़े कर दिए हैं। कांता देवी का कहना है कि ये टेंडर उनकी और कमेटी की अनुपस्थिति में खोले गए हैं। उधर, लोगों का कहना है कि बार-बार टेंडर रद्द होने के कारण विकास कार्य प्रभावित होने के साथ-साथ पैसे की भी बर्बादी हो रही है। इस संबंध में नगर पंचायत के सचिव आदित्य चौहान से संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया गया। मुख्य संसदीय सचिव किशोरी लाल का कहना है कि टेंडर के रद्द होने के कारण विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं और लोग सुविधाओं से वंचित रह रहे हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही हे