उत्तर प्रदेश के झांसी। बेटे की शादी कर बहू व परिवार के अन्य लोगों के साथ ट्रेन से वापस अपने घर लौट रहे यात्री की झांसी के वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन पर हृदयाघात से मौत हो गई। परिवार के लोग शव का पोस्टमार्टम कराए बिना अपने साथ ले गए। गुजरात के जामनगर निवासी वीरेंद्र यादव (55) के बेटे राजू कुमार यादव की चार दिन पहले बिहार के सीवान जिले में शादी थी। बृहस्पतिवार की रात को वह गाड़ी संख्या 15045 गोरखपुर-ओखा एक्सप्रेस में सवार होकर वापस अपने घर लौट रहे थे। साथ में नई बहू पिंकी, पत्नी रीना देवी, पुत्र राजू व आकाश एवं पुत्री रानी यादव भी थीं। सभी गाड़ी के बी-6 कोच में सवार थे। बृहस्पतिवार रात ट्रेन के झांसी पहुंचने पर अचानक वीरेंद्र यादव की हालत बिगड़ गई। परिजनों ने इसकी सूचना रेलवे के कंट्रोल रूम पर दी। सूचना पाकर डिप्टी एसएस एसके नरवरिया व रेलवे की चिकित्सक डाॅ. प्राची अपनी टीम के साथ यात्री के पास पहुंच गईं। लेकिन, तब तक उनकी हृदयाघात से मौत हो चुकी थी। इससे परिजनों में कोहराम मच गया। शव को ट्रेन से उतारकर जीआरपी के सुपुर्द किया गया। बाद में परिजनों के कहने पर जीआरपी ने पंचनामा भरकर शव उनके हवाले कर दिया। इससे गाड़ी भी अपने निर्धारित समय से लगभग 40 मिनट देरी से रवाना हुई।