उत्तर प्रदेश के झांसी। दुष्कर्म में नाकाम रहने पर बदमाशों ने ग्वालियर से झांसी की ओर आ रही सूरत एक्सप्रेस में सवार महिला व उसके साथी युवक को चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया था। घटना में दोनों बुरी तरह से घायल हो गए थे। बावजूद, युवक ने हिम्मत नहीं हारी। वह मूसलाधार बारिश के बीच बेहोश महिला को गोद में उठाकर तकरीबन 5 किमी पैदल चलता रहा। इस दौरान उसने दो गांवों में पहुंचकर लोगों से मदद की गुहार लगाई, लेकिन कोई आगे नहीं आया। तीसरे गांव में पहुंचने पर उन्हें एक बुजुर्ग दंपती ने सहारा दिया। यहां से दोनों को एंबुलेंस से ग्वालियर के अस्पताल भेजा गया। झारखंड के पलामू शहर के एक गांव निवासी 22 वर्षीय युवक एक प्राइवेट कंपनी में काम करता है। वह किसी काम से गांव में ही रहने वाली अपनी 32 वर्षीय महिला रिश्तेदार के साथ लखनऊ आया हुआ था। यहां से वह गुजरात जाने वाले थे। इसके लिए दोपहर को जिस ट्रेन में उन्होंने रिजर्वेशन कराया था, वह छूट गई थी। इस पर वह दोनों लखनऊ से सूरत एक्सप्रेस के जनरल कोच में सवार हो गए थे। मंगलवार की रात 10 बजे गाड़ी ग्वालियर स्टेशन पर पहुंची और कुछ देर के ठहराव के बाद झांसी की ओर रवाना हो गई। गाड़ी लगभग 15 किमी ही चली थी, इसी दरम्यान डिब्बे में सवार तीन बदमाशों ने महिला के साथ दुष्कर्म की कोशिश की। उसकी साड़ी तक खींच दी। विरोध करने पर बदमाशों ने युवक और महिला दोनों को चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया। इस घटना में दोनों को गंभीर चोट आ गई थी। महिला के कपड़े बुरी तरह से फट गए थे। युवक ने किसी तरह खुद को संभाला। रात तकरीबन 12 बज रहे थे। आसपास मदद के लिए कोई नजर नहीं आया। रात के अंधेरे में झाड़ियां ही नजर आ रहीं थीं। उस पर बारिश भी हो रही थी। जंगली जानवरों के भय से युवक ने बेहोशी की हालत में पड़ी महिला को वहां अकेले छोड़ना मुनासिब नहीं समझा। इसके बाद महिला को गोद में उठाकर पैदल ही आगे बढ़ गया। पहले एक गांव में पहुंचा,लेकिन वहां उनकी मदद को कोई तैयार नहीं हुआ। इस पर युवक आगे बढ़कर दूसरे गांव में पहुंच गया, लेकिन यहां भी उनकी मदद को कोई आगे नहीं आया। इसके तीन-चार किमी आगे चलने के बाद एक और गांव मिला। यहां एक घर में बुजुर्ग दंपती जागते हुए मिले। युवक ने उनसे मदद मांगी। बुजुर्ग दंपती ने दोनों के बारे में जानकारी ली और सहानुभूति दिखाते हुए महिला को पहनने के लिए कपड़े दिए। इसके बाद एंबुलेंस बुलाकर दोनों को ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल में पहुंचाया। झांसी। अस्पताल में भर्ती पीड़ित महिला और उसके रिश्तेदार युवक ने बताया कि घटना के वक्त सूरत एक्सप्रेस के जनरल कोच में लगभग 50-60 यात्री सवार थे। ट्रेन ग्वालियर से चलकर झांसी की ओर आगे बढ़ रही थी। इसी दरम्यान तीन युवकों ने उनके साथ अभद्रता शुरू कर दी। इसका कोच में मौजूद दो बुजुर्गों ने विरोध किया तो उन्होंने उन्हें धमका दिया। इसके बाद किसी भी यात्री की हिम्मत युवकों का विरोध करने की नहीं हुई। उनसे पीछा छुड़ाने के लिए वे दोनों अपनी सीट छोड़कर गाड़ी के गेट पर आकर खड़े हो गए। पीछे-पीछे युवक भी आ गए। वे महिला की साड़ी खींचते हुए दुष्कर्म की कोशिश करने लगे। विरोध करने पर मारपीट करते हुए गाड़ी से नीचे फेंक दिया। झांसी। महिला ने बताया कि उसके दो बेटे और दो बेटियां हैं। पति और परिवार के अन्य लोगों के साथ वह झारखंड में ही रहती है। महिला ने बताया कि उनके साथ अभद्रता करने वाले तीनों युवक सामान्य कद-काठी के थे। एक के चेहरे पर हल्की दाढ़ी थी और वही ज्यादा अभद्रता कर रहा था। महिला ने यह भी बताया कि उन तीनों के साथ कुछ और भी लोग थे। लेकिन, अभद्रता वे तीन युवक ही कर रहे थे। देखकर वह उन्हें पहचान लेगी। पुलिस मामले की जांच कर रही हे