एक लंबी लड़ाई के बाद जैसे ही हम कोरोना के डर से बहार आकर जीना शुरू ही करने वाले थे की देश के कई राज्यों में कोरोना मामलो की रफ्तार एक बार फिर डराने लगी है. 10 अप्रैल से 12 अप्रैल के बीच देशभर में कोरोना के करीब आठ हजार नए मामले सामने आए हैं और सच में ये डराने वाले है क्युकी इसके लक्षण इसके होने कम 4 या 5 दिन बाद नजर आते पकड़े जाते है, लेकिन इन चार या पांच दिनों में संक्रमित व्यक्ति कितनो से मिला होगा ? इसका कोई आंकलन है.
अब देश दुनिआ में एक नयी परम्परा चली है, ये पहले जन्मे बच्चे के नामकरण को लेकर थी लेकिन अब तो बिमारिओ और उनके वेरिएंट के नामकरण से सम्बंधित है, अब कोरोना को ही देख लो पहले ओमिक्रॉन एक वेरिएंट था अब ओमीक्रॉन का भी एक नया सब-वैरिएंट XBB.1.16.1 मिला है, कुछ अजीब सा लगता है की नामकरण की टीम तैयार बैठी थी. चलिए सतर्क रहिये और हमसे जानिए ये सब-वैरिएंट क्या है और कितना खतरनाक है?
कोरोना जाते-जाते एक बार फिर लौटने लगा है. कई महीनों से कोरोना के नए मामलों में कमी आ रही थी, लेकिन बीते कुछ हफ्तों से संक्रमण फिर बढ़ने लगा है.
भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बुलेटिन के मुताबिक, अप्रैल २०२३ के शुरू लेकर अब तक (15 अप्रैल २०२३) देशभर में कोरोना के 53,720 नए मामले सामने आए हैं. 233 दिन बाद ऐसा हुआ है जब इतने ज्यादा मामले सामने आए हैं. इससे पहले पिछले साल 1 सितंबर को कोरोना के 7,946 मामले सामने आए थे.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मंगलवार यानि ११ अप्रैल को देशभर में 16 लोगों की मौत कोरोना से हो गई. वहीं, संक्रमण दर भी 3.65 फीसदी पर आ गई है.
भारत में कोरोना के मामलों की जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए (INSACOG) है. इसने बताया कि म्यूटेटेड सब-वैरिएंट XBB.1.16.1 के 234 मामले सामने आए हैं.
अभी तक फिलहाल इस बात के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं कि XBB.1.16.1 ज्यादा गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है या नहीं.
पिछले साल ओमिक्रॉन का सब-वैरिएंट XBB सामने आया था. इसी में म्यूटेशन की वजह से XBB.1.16 और XBB.1.16.1 निकलकर आए हैं.
भारत में ही अब तक ओमिक्रॉन के 400 से ज्यादा सब-वैरिएंट सामने आ चुके हैं. इनमें से 90 फीसदी XBB हैं और ये सभी अब खतरनाक श्रेणी में आ चुके है .
क्या कोई अलग लक्षण हैं?
INSACOG ने बताया कि भारत में अभी कोरोना के जितने मामले सामने आ रहे हैं, उनमें से 38.2 फीसदी मामले XBB.1.16 सब-वैरिएंट के हैं.
XBB.1.16 के लक्षण भी ओमिक्रॉन के बाकी सब-वैरिएंट्स की तरह ही हैं. इसके लक्षणों में भी बुखार, सर्दी-खांसी, नाक बहना, सिरदर्द, शरीर में दर्द, पेट में दर्द और दस्त शामिल हैं.
हालांकि, राहत की बात ये है कि ये ज्यादा गंभीर नहीं है. ज्यादातर मरीजों का इलाज घर पर ही किया जा सकता है और केवल गंभीर स्थिति में ही अस्पताल जाने की जरूरत पड़ रही है.
एक जिम्मेदार नागरिक बनियेगा, घर से निकलते समय मास्क लगा कर निकले, बहार का खाना कम से कम खाये, सेनिटाइज़र साथ रखिये, बहार से घर आये तो हाथ और मुँह अच्छे से धोये, पानी ज्यादा पिए और भाप लेते रहे, स्वस्थ रहे मस्त रहे।
t11592
pLrBTOCDyh
oei1n4