करनाल। रेलूराम हत्याकांड में बंद सोनिया ने महिला बंदी को पीटा था। 24 फरवरी को मामूली बात को लेकर कैदी अर्जुन की बंदियों के साथ कहासुनी हो गई। जिसके बाद पांच बंदियों ने उसकी लात-घुसों से पिटाई कर दी और कपड़े से गला दबाकर मारने की कोशिश की।सूचना मिलते ही जेल प्रशासन ने उसकी जान बचा ली। इसके बाद मामला दर्ज कराया गया है।
पानीपत निवासी अर्जुन हत्या में दोषी साबित होने के बाद जिला जेल में 20 साल की सजा काट रहा है। उसकी बैरक नंबर 8 ए में गिनती है। इसी में मित्रपाल, राजेंद्र, गौरव, जसबीर, अमरजीत हत्या और एनडीपीएस के मामले में बंद हैं। 24 फरवरी की शाम 7:30 बजे मामूली बात को लेकर कैदी अर्जुन की बंदियों के साथ कहासुनी हो गई। जिसके बाद पांच बंदियों ने उसकी लात-घुसों से पिटाई कर दी और कपड़े से गला दबाकर मारने की कोशिश की। शोर मचाने पर हवलदार मौके पर पहुंचा और कैदी को बचाया। मारपीट में कैदी चोटिल हो गया। कैदी अर्जुन ने जिला कारागार में बंदियों से जान का खतरा बताया है। कैदी का आरोप है कि जेल में उसकी हत्या की जा सकती है।
जेल अधीक्षक अमित कुमार का कहना है कि मामूली बात को लेकर कैदी-बंदियों में झगड़ा हो गया था। जेल में सख्ती की गई है। सोनिया को दूसरी बैरक में शिफ्ट कर दिया गया।
करनाल रेलूराम हत्याकांड की दोषी सोनिया की बैरक बदली
हिसार के चर्चित रेलूराम हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रही सोनिया ने शिव लोक कॉलोनी की रहने वाली नरेंद्र कौर को पीटा था। महिला बंदी ने सोनिया से जान का खतरा बताते हुए जेल प्रशासन से शिकायत की थी। जिसके बाद रामनगर थाने में मामला दर्ज किया गया। जेल प्रशासन सोनिया की बैरक बदल दी है। अब उसे दूसरी बैरक में शिफ्ट किया गया है।