उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर के बुलियन और ज्वैलरी कारोबारियों के प्रतिष्ठानों पर आयकर विभाग की जांच लगातार तीसरे दिन शनिवार को भी जारी रही। इनके प्रतिष्ठानों से छह करोड़ की नकदी मिली है। इसके अलावा सोने के जेवरात इतने बड़े पैमाने पर मिले हैं कि तौलने में कुछ दिन और लग सकते हैं। इसके अलावा 50 से अधिक संपत्तियों के दस्तावेज भी हाथ लगे हैं। एमरल्ड गार्डन में काली कमाई खपाने वालों का लेनदेन भी अफसरों ने पकड़ा है। ऐसे में शहर के कई बड़े रसूखदार आयकर की जद में आ सकते हैं। आयकर विभाग के 250 से ज्यादा अफसरों ने बृहस्पतिवार को कार्रवाई की थी। इसमें राधा मोहन पुरुषोत्तम दास ज्वेल्स प्राइवेट लिमिटेड और फर्म राधा मोहन पुरुषोत्तम दास ज्वेलर्स के अमरनाथ अग्रवाल, कैलाश नाथ अग्रवाल, इन दोनों के बेटे अमरेष अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल के बिरहाना रोड, चौक सराफा स्थित ज्वेलरी शोरूमों, इनके सिविल लाइंस, माल रोड रिजर्व बैंक कॉलोनी के पीछे स्थित आवास पर छापा मारा था। इनके सहयोगी सुरेंद्र जाखोदिया, सौरभ बाजपेई के नयागंज बांग्ला बिल्डिंग स्थित दुकानों के अलावा योगगैलेक्सी, पोखरपुर, मोतीविहार एमरल्ड के प्रमोटर और रितु हाउसिंग के संजीव झुनझुनवाला के गुटैया स्थित प्रतिष्ठान पर भी कार्रवाई की थी। सूत्रों ने बताया कि सोना-चांदी में होने वाली कमाई को बोगस लोगों के जरिये रियल इस्टेट में खपाया जा रहा था। इस पूरे मामले में एमरल्ड के प्रमोटर संजीव की भूमिका मिली है। इसके जरिये ही फ्लैटों की बिक्री की गई। शहर के बड़े-बड़े लोगों की काली कमाई इसमें खपाई गई है। सूत्रों ने बताया कि अमरनाथ अग्रवाल और कैलाशनाथ अग्रवाल के पूरे परिवार में बहुत बड़े पैमाने पर सोने की ज्वैलरी मिली है। इसकी कीमत का अभी मूल्यांकन किया जा रहा है। इसके अलावा इसे तौलने में ही समय लग रहा है। इनके प्रतिष्ठान से छह करोड़ की नकदी मिली है, जो सीज कर दी गई है पुलिस मामले की जांच कर रही हे