हिमाचल प्रदेश के शिमला विश्वविद्यालय (एचपीयू) का नया शैक्षणिक सत्र इस बार करीब डेढ़ हफ्ते देरी से शुरू होगा। एचपीयू ने नए सत्र की प्रवेश प्रक्रिया को पूरा करने के लिए 5 अगस्त तक की समय सीमा तय की है। इसके बाद नए सत्र के प्रथम सेमेस्टर की कक्षाओं का शेड्यूल जारी होगा, ऐसे में अगस्त के दूसरे या तीसरे हफ्ते में कक्षाएं शुरू हो सकती हैं। हालांकि, इस बार एचपीयू ने पीजी प्रवेश प्रक्रिया को ध्यान में रख यूजी अंतिम वर्ष का परीक्षा परिणाम बिना मेरिट ही समय पर घोषित कर दिया था। इसके चलते छात्र तय शेड्यूल के अनुसार पीजी कोर्स की काउंसलिंग में अपीयर हो सके। 31 जुलाई को विवि के सभी विभागों में नॉन सब्सिडाइज्ड श्रेणी की सीटों की काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी 5 अगस्त तक मेरिट आधारित और प्रवेश परीक्षा आधारित पीजी कोर्स की प्रवेश प्रक्रिया को पूरा करना ही होगा। इसके बाद कुलपति की विशेष अनुमति के बाद ही पीजी में प्रवेश मिलेगा। इस बार पीजी की काउंसलिंग और पीजी कोर्स की सेमेस्टर परीक्षाओं के कारण भी नए सत्र की कक्षाएं देरी से शुरू होने की वजह रहेगी। पीजी की सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए बनाए गए परीक्षा केंद्रों के कारण कक्षाओं के लिए क्लास रूम का अभाव रहेगा। इसके साथ ही विवि के विभागों और प्रोफेशनल कोर्स की प्रथम सेमेस्टर की कक्षाएं शुरू करने की तैयारी रहेगी। कुछ विभागों में दूसरे हफ्ते में भी कक्षाएं शुरू हो सकती हैं। एचपीयू के अधिष्ठाता अध्ययन प्रो. बीके शिवराम ने कहा कि पीजी कोर्स की प्रवेश प्रक्रिया पांच अगस्त तक हर हाल में पूरी कर दी जाएगी। इसके साथ ही परिसर में चल रही पीजी परीक्षाओं को देखते हुए, जिन विभागों में क्लास रूम की उपलब्धता रहेगी, वहां कक्षाएं शुरू कर दी जाएंगी। पीजी कोर्स के नए सत्र के पहले सेमेस्टर की कक्षाओं का शेड्यूल जल्द तय कर जारी कर दिया जाएगा। उन्होंने माना कि इस बार काउंसलिंग और पीजी परीक्षाएं एक साथ होने के कारण नया सत्र देरी से शुरू होगा। अमूमन सत्र एक अगस्त से शुरू होता था।