उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में दस साल पहले बंच कंडक्टर लाइन डाली गई थी। यह लाइन वर्तमान में इतनी जर्जर हो गई है कि गर्मी में लोड बढ़ते ही जवाब दे जाती है। आए दिन फाल्ट हो रहे हैं और लोग बिजली संकट से जूझ रहे हैं। अब इस योजना के तहत जिले में भर में नंगे तारों के स्थान पर बंच कंडक्टर लाइन डाली जाएगी। जून माह से बिजली ढांचे को मजबूत करने का काम शुरू हो जाएगा और इसकी शुरूआत हाथरस शहर से होगी। जिलेभर में 581 किलोमीटर नई बंच कंडक्टर लाइन डाली जाएगी। साथ ही सबस्टेशनों पर ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि की जाएगी। पोल और अन्य सामान भी आने शुरू हो गए हैं। हाथरस जिले में पुनर्गठित त्वरित विद्युत विकास एवं सुधार कार्यक्रम (आरएपीडीआरपी) के तहत दस साल पहले बंच कंडक्टर लाइन डाली गई थी। यह लाइन वर्तमान में इतनी जर्जर हो गई है कि गर्मी में लोड बढ़ते ही जवाब दे जाती है। आए दिन फाल्ट हो रहे हैं और लोग बिजली संकट से जूझ रहे हैं। अब इस योजना के तहत जिले में भर में नंगे तारों के स्थान पर बंच कंडक्टर लाइन डाली जाएगी। जहां पर लाइन काफी जर्जर है, पहले उन जगह की लाइनों को बदला जाएगा। सर्वे का काम लगभग पूरा हो गया है। सिकंदाराराऊ व हाथरस में सामान आना शुरू हो गया है। अधीक्षण अभियंता एमपी सिंह का कहना है कि रिवेम्प स्कीम के तहत सामान आना शुरू हो गया है। जल्द काम की शुरुआत होगी। पहले शहर में काम कराया जाएगा।