उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जनपद में दो दिनों से लगातार मौसम खराब रहने के चलते रविवार दोपहर बाद फिर से मौसम ने करवट बदली और तेज आंधी के साथ करीब एक घंटे रिमझिम बारिश होती रही। जिससे किसानों की फसल कतराई का कार्य ठप हो गया। वहीं खेतों में पड़ा गेहूं का सैकडों क्विंटल भूसा तेज आंधी में उड़ गया। हालांकि लोगों ने गर्मी से राहत महसूस की है। वहीं सैकडों गांवों की बिजली आपूर्ति भी ठप हो गई। जिससे लोगों को पेयजल की किल्लत उठानी पड़ी।उद्योग नगरी सहित सैकड़ों गांवों की बिजली आपूर्ति ठप भरुआसुमेरपुर मे रविवार दोपहर बाद बिगड़े मौसम ने कस्बा सहित ग्रामीण क्षेत्रों की विद्युतआपूर्ति में खलल पैदा कर दिया। शाम तक क्षेत्र के सैकड़ों गांव अंधेरे में डूबे रहे। एक बार मौसम ने फिर पलटी मारी और गरज चमक के साथ तेज हवाओं के मध्य हुई बारिश से कस्बे सहित ग्रामीण क्षेत्रों की विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। कस्बे के 33/11 विद्युत सबस्टेशन के फीडर पत्योरा, सहजना, बांकी, कैनाल, चंदपुरवा की आपूर्ति आंधी के चलते प्रभावित हो गई। वहीं 132 केवी पावर हाउस से विद्युत सबस्टेशन सुमेरपुर द्वितीय, फैक्टरी एरिया द्वितीय, एचयूएल, टेढा, सिसोलर, पारा रैपुरा, लघु डाल नहर प्रथम व द्वितीय तथा विदोखर की आपूर्ति ठप हो गई है। सभी लाइनों में मरम्मत का कार्य जारी है। देर रात तक आपूर्ति बहाल होने की संभावना बताई जा रही है। वहीं कुरारा संवाद के अनुसार क्षेत्र में रविवार दोपहर बाद अचानक बिगड़े मौसम के चलते रिमझिम बारिश शाम चार बजे तक होती रही। जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली। वहीं किसानों की खेत में कटी पड़ी फसलों की कतराई का कार्य रुक गया। सिवनी गांव निवासी उमादत्त, प्रेम नारायण, गयाप्रसाद आदि किसानों ने बताया कि कुछ किसानों की फसलें खेत में कटी पड़ी हैं। कहा कि बारिश होने से दो-तीन दिन कार्य बाधित रहेगा। वहीं राजकीय कृषि बीज गोदाम के प्रभारी दिलीप कटियार ने बताया कि अप्रैल माह के अंत तक मौसम में उतार-चढ़ाव होता रहेगा।तेज आंधी व पानी ने एक बार फिर से किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी है। जिससे खेतों में पड़ा गेहूं का सैकडों क्विंटल भूसा तेज आंधी में उड़ गया। वहीं कटी पड़ी गेहूं की फसलें भींग गई। साथ ही खंभे टूटने व पेड़ गिरने से सैकड़ों गांवों की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। जिससे लोगों को पेयजल के लिए भी जूझना पड़ा