उत्तर प्रदेश के हमीरपुर। कस्बा ही नहीं मुख्यालय में अधिकारियों की नाक के नीचे बने होटल और लॉज नियमों का धता बताकर संचालित हो रहे हैं। हर बार अधिकारियों के निरीक्षण के बाद नोटिस जारी होते हैं, इसके बाद मामला ठंडा हो जाता है। जब कहीं किसी शहर में घटना हो जाती है तो अधिकारी फिर से निरीक्षण करने लगते हैं। इससे पहले भी नोटिस जारी हो चुके हैं लेकिन किसी लाज या होटल पर विभाग कार्रवाई नहीं कर सका है।शुक्रवार को मुख्य अग्निशमन अधिकारी रेहान अली ने शहर के होटल और लाज का निरीक्षण कर मिली खामियों को दुुरुस्त कराकर एनओसी प्राप्त करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि होटल आशीर्वाद में फायर के सिस्टम लगे हैं लेकिन इनके यहां अलार्म नहीं लगा है। शहनाई गेस्ट हाउस गली में स्थित है जिससे यहां आग लगने पर फायर की गाड़ी नहीं पहुंच सकती है। इनके यहां केवल फायर इंस्टीग्यूशर लगे हैं। अन्य कोई इंतजाम नहीं है। सांई कृपा होटल के पास अग्निशमन विभाग द्वारा जारी एनओसी है। सारे सिस्टम भी लगे हैं। इनके यहां केवल अलार्म नहीं लगा है। निरीक्षण में छत पर बना टैंक खाली मिला। वहीं जीने को खुला रखने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं कंचन लाज में 30 कमरे हैं। फायर का पंप लगा है जो चालू है। एक टंकी फट गई है। जिसे ठीक करवाने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं एक जीना बनवाने के लिए निर्देश दिए गए हैं। शनिवार को किए गए निरीक्षण में पूजा लाज में तीन एक्सपायरी सिलिंडर मिले हैं। अलार्म डिडेक्टर, होजरील, टैंक और पंप भी नहीं हैं। राम श्याम गेस्ट हाउस में सिस्टम लगा है। फायर इंस्टीग्यूशन एक्सपायरी मिले हैं। वेदिका होटल तीन मंजिल की बिल्डिंग है। अलार्म डिडेक्टर नहीं हैं। होजबाक्स और पाइन नोजुल भी नहीं हैं। वहीं इसके बगल में चार मंजिला होटल संचालित है। जिसमें आग सेे बचाव के लिए कोई इंतजाम नहीं है। कान्हा होटल में नीचे बेसमेंट में सिस्टम लगा है। वहीं इनके यहां स्मोक डिडेक्टर काम नहीं कर रहे हैं। किचन में फायर इंस्टीग्यूशर का पाइप खराब मिला है। वीमार्ट वाले बेसमेंट में प्लास्टिक के हैंगर और गत्ते का गोदाम बना रखा है। अगर आग लग जाए तो बुझाना मुश्किल होगा। इनके यहां भी स्मोक डिडेक्टर खराब पड़े हैं। कहा कि जिन होटल और लाज में जहां कमियां मिली इसको लेकर नोटिस जारी किया जाएगा। पुलिस मामले की जांच कर रही हे