मध्य प्रदेश के ग्वालियर में दो दिन पहले हुए उपद्रव के मामले में अब आरोपी विधायक का वीडियो सामने आया है। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्होंने भड़काउ भाषण नहीं दिया था। उनके खिलाफ राजनीतिक रंजिश के चलते केस दर्ज हुआ है। दो दिन पहले फूलबाग के मंच से सांसद और विधायकों ने भाषण दिए थे। इसके बाद हरियाणा के सांसद मलूक नागर, सपा विधायक अतुल प्रधान, मुरैना से कांग्रेस विधायक राकेश मावई, आजाद समाज पार्टी से राजेन्द्र भाटी, साहब सिंह, गुर्जर समाज के नेता रामप्रीत के खिलाफ नामजद रिपोर्ट लिखी गई थी। पुलिस का कहना है कि इनके मंच से उग्र भाषणों के बाद ही युवा भड़के थे। पुलिस ने इस मामले में सांसद, दो विधायकों सहित 17 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट लिखी थी। साथ ही 700 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया था। यादव समाज संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष व ओबीसी महासभा के नेता रुपेश यादव सहित 11 उपद्रवियों को भी गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है। उन्हें जेल भेजा गया है।उपद्रव में आरोपी बनाए गए कांग्रेस विधायक राकेश मावई ने वीडियो में कहा है कि मैंने कोई भी मंच से भड़काऊ भाषण नहीं दिया है, जिससे गुर्जर समाज के लोग उत्तेजित हो। मैंने अपने भाषण की क्लिप ग्वालियर एसपी को उपलब्ध कराई है। यह गुर्जर समाज और मेरे खिलाफ साजिश है। मुझे फंसाने की साजिश रची जा रही है। मैं इस मामले की जांच चाहता हूं। दूसरी ओर, पुलिस का कहना है पकड़े गए आरोपियों ने यदि सरकारी भूमि पर संपत्ति बनाई होगी तो प्रशासन बुलडोजर चलाएगा। 17 लोगों पर तीन और पांच हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया है।