गोरखपुर समाचार उत्तर प्रदेश के गोरखपुर मे भारतीय जनता पार्टी ने गोरखपुर लोकसभा की सीट पर दूसरी बार अभिनेता सांसद रवि किशन पर भरोसा जताया है। पहली बार 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी सपा के रामभुआल निषाद को 3,01,664 वोटों के भारी अंतर से हराया था। गोरखपुर लोकसभा की सीट सीएम योगी की परंपरागत सीट है। दूसरी बार प्रत्याशी बनाए जाने पर रवि किशन और उनके समर्थक खासा जोस में हैं। वहीं, सपा ने पहले ही काजल निषाद के प्रत्याशी के तौर पर उतारा है। दरअसल, 29 वर्ष के लंबे अंतराल पर पहली बार किसी दूसरी पार्टी ने गोरखपुर लोकसभा सीट पर अपना कब्जा जमाया था। ये चुनाव था, 2017 का लोकसभा उप चुनाव।
इसी वर्ष योगी आदित्यनाथ सूबे के मुख्यमंत्री बने थे और उनके मुख्यमंत्री के बनने के बाद लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुआ था। महागठबंधन के प्रत्याशी प्रवीण निषाद ने भाजपा के उम्मीदवार उपेंद्र शुक्ल को हराकर बड़ा उलटफेर किया था। इस जीत में निषाद और एमवाई फैक्टर ने जमकर काम किया। लेकिन, 2019 के लोकसभा चुनाव तक भाजपा और निषाद पार्टी में गठबंधन हो गया और प्रवीण निषाद को भाजपा पार्टी का दावेदार बनाकर संतकबीर नगर भेज दिया गया। इधर, गोरखपुर लोकसभा सीट पर भाजपा की तरफ से बॉलीवुड कलाकर रवि किशन को मौका दिया गया। और ऐसे ही चुनाव में तीन लाख मतों से अधिक विजई बन एक्टर के साथ सांसद रवि किशन बन गए। रवि किशन मूल रूप से जौनपुर के रहने वाले हैं।
फरवरी 2017 में भाजपा में शामिल हुए रवि किशन ने 2018 के गोरखपुर महोत्सव में स्टेज शो किया था। इसके बाद से ही उन्होंने गोरखपुर से अपनी राजनीति करने का प्रयास शुरू कर दिया था। रवि किशन सांसद पहली बार 2017 में बने थे। लेकिन, पहली बार चुनाव उन्होंने 2014 में जौनपुर लोकसभा का लड़ा था। ये चुनाव उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था। ये चुनाव वो हार गए थे।
इसी के बाद 2017 में भाजपा का दामन थामने के बाद गोरखपुर महोत्सव और अन्य माध्यमों से अपनी रुचि भाजपा के चुनाव में प्रचार करने की जताई। इधर, बदलते समीकरण पर भाजपा ने 2019 में रवि किशन पर भरोसा कर पहली बार भाजपा प्रत्याशी गोरखपुर लोकसभा बना दिया। इसी उम्मीद से फिर से मैदान मे उतरे हे भोजपुरी कलाकार रवि किशन जी