गोरखपुर समाचार उत्तर प्रदेश के गोरखपुर मे रामलीला मैदान के विवाद का मामला अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंच गया है। श्रीश्री रामलीला कमेटी ने आईजीआरएस के माध्यम से शिकायत कर आरोप लगाया है कि सपा समर्थक पार्षद के पति के इशारे पर कमेटी को बदनाम करने की साजिश की गई है। उन्होंने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है। श्रीश्री रामलीला कमेटी ने मुख्यमंत्री से की गई शिकायत में आरोप लगाया है कि सपा समर्थक पार्षद के पति दिनेश गुप्ता रामलीला कमेटी को बदनाम कर रहे हैं। आरोप लगाया कि 10 नवंबर 2023 को इन्हीं पार्षद के एक तथाकथित करीबी द्वारा खोले जा रहे पेट्रोल पंप पर एनजीटी के निर्देश पर जीडीए की तरफ से सीज की कार्रवाई की गई थी।
इस मामले में संगठन की तरफ से सहयोग नहीं मिलने पर उन्होंने रामलीला कमेटी को गलत ठहराना शुरू कर दिया। हालांकि, पार्षद पति ने आरोप को बेबुनियाद बताया। कहा, कमेटी साबित कर दे तो जानें। किसी पेट्रोल पंप से कोई लेना देना नहीं है। कमेटी के महामंत्री हरिद्वार वर्मा ने शिकायत में कहा है कि बर्डघाट रामलीला कमेटी 150 वर्षों से भी पुरानी है। दो वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री ने रामलीला भवन का लोकार्पण किया था। कमेटी की ओर से धार्मिक कार्यों, जरूरतमंद कन्याओं के विवाह और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए परिसर का व्यावसायिक उपयोग का फैसला किया गया। इससे अर्जित आय से रामलीला मैदान में कई कार्य कराए गए। टेंडर निकाल कर इसके संचालन का जिम्मा एक पूर्व पार्षद को दिया गया।
अर्जित आय को प्रशासकीय निगरानी के लिए कमेटी की तरफ से कई संबंधित अधिकारियों से संपर्क कर एक खाता खोले जाने का अनुरोध संगठन की तरफ से किया गया। लेकिन बैंक का खाता नहीं खुलवाया जा सका। पदाधिकारियों ने आरोप लगाया के घर के सामने पार्षद के पति ने जमीन कब्जा कर मंदिर बनवाया। उन्होंने मंदिर के लोकार्पण के पहले भगवान के साथ अपने पिता की मूर्ति भी लगवा दी। दिनेश गुप्ता ने दावा किया कि कमेटी इसे साबित कर सकती है क्या? हमारी पुश्तैनी जमीन है वो। मनमाने आरोप लगाने से सच नहीं बदल जाएगा।
अध्यक्ष गणेश वर्मा ने आरोप लगाया कि सपा सरकार में दिनेश गुप्ता को जीडीए बोर्ड का सदस्य मनोनीत किया गया था। शुरू से ही वह रामलीला कमेटी के लोगों पर अनर्गल आरोप लगवाकर सिर्फ बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं। अपर जिलाधिकारी पुरुषोत्तम दास गुप्ता ने बताया कि आरोपों को लेकर पक्ष रखने के लिए रामलीला कमेटी के मंत्री को पत्र लिखा था। उनकी ओर से कुछ जवाब दे दिए गए हैं और कुछ आने हैं। आरोपों की जांच कर संबंधित पटल पर रखवा दिया जाएगा।