उत्तर प्रदेश के सिरसागंज (फिरोजाबाद)। इटावा रोड पर गिरधारी इंटर कॉलेज के सामने जमीन के विवाद को लेकर शुक्रवार देर शाम तीन पक्षों में जमकर गोलियां चली। झगड़े के दौरान एक के बाद एक करीब सौ राउंड हवाई फायर किए गए। चार कारों को क्षतिग्रस्त कर दिया। मकानों पर भी ईंट पत्थर चलाकर दबाव बनाया गया। सूचना पर चार थानों का पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस के सामने भी कई राउंड गोलियां चलाई गई। देर शाम तक पुलिस मौके पर घटनास्थल की वीडियोग्राफी कराती रही। आरोप है कि जो व्यक्ति कब्जा कर रहा है वह सत्ताधारी नेता का बेहद करीबी है। मामला सिरसागंज थाना क्षेत्र के इटावा रोड का है। एक पक्ष के राजीव कुमार ने बताया कि वह शाम को अपने पिता वासुदेव सिंह के साथ जमीन पर आए। दूसरे पक्ष शिवकुमार और तीसरा पक्ष रामकुमार से दुकान खाली करने को कहा। इस दौरान तीनों पक्ष में वाद-विवाद हो गया। विवाद के दौरान ताबड़तोड़ हवाई फायरिंग होने लगी। कुछ लोग पत्थर फेंकने लगे, इससे क्षेत्र में अफरातफरी मच गई। इस दौरान वहां खड़े वाहनों को भी लाठी डंडों से मारकर तोड़ दिया गया। घटना की सूचना पर सीओ सिरसागंज प्रवीन कुमार तिवारी और थाना प्रभारी उदयवीर मलिक के साथ अरांव, सिरसागंज, नसीरपुर, नगला खंगर थाने का पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस को देख कुछ लोग भाग खड़े हुए। एक पक्ष राजीव कुमार इस जमीन पर अपना दावा कर रहे हैं। जबकि दोनों पक्ष भी अपना दावा मजबूती से कर रहे हैं। दूसरे पक्ष से जुड़े बसंती गुप्ता का कहना है कि जमीन उनकी है, राजीव कुमार जबरन दंबगई से इस जमीन पर कब्जा करना चाहते है, पुलिस प्रशासन दबाव में उनका साथ दे रहा है। जबकि तीसरा पक्ष भी इस जमीन पर अपना मालिकाना हक जता रहा है। थाना प्रभारी उदयवीर मलिक ने बताया कि झगड़ा तीन पक्षों के बीच में स्वामित्व को लेकर है। हवाई फायरिंग की गई है, मौके पर तीन खोखे मिले है। एक पक्ष से तहरीर मिली है। जांच की जा रही है। झगड़े में एक वासुदेव घायल हुए है।थाने से महज कुछ दूरी पर दिनदहाड़े बवाल होता रहा, लेकिन पुलिस को न तो गोलियों की आवाज सुनाई दी, न ही मौके पर आने की जहमत उठाई। पूरे सिरसागंज में जब गोलियों की तड़तड़ाहट गूंजने लगी तो पुलिस कोई बड़ा हादसा न हो इसके लिए महज हाजिरी देने चली आई। बाद में सीओ प्रवीण तिवारी सक्रिय हुए तो मामला कुछ शांत हुआ। जमीन पर कब्जा करने वाले लोग पुलिस के सामने ही घटना के साक्ष्य को मिटाने के लिए पहले तो डीबीआर को तोड़ दिया। इसके बाद डीबीआर को अपने साथ लेकर चले गए। जिससे पुलिस को जो गाथा बताई जाए उतना ही लोग समझे। मैं लखनऊ में था, मेरे को सूचना मिली कि मेरे क्षेत्र में कुछ लोग ताबड़तोड़ फायरिंग कर दशहत फैला रहे है। व्यापारी इस फायरिंग से भयभीत हुआ है। सरकार व पार्टी की प्रतिष्ठा पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। दिन दहाड़े फायरिंग कर दबाव बनाया गया। पुलिस को बिना किसी दबाव के गुणदोष के आधार पर मामले की निष्पक्ष जांच करानी चाहिए। पुलिस मामले की जांच कर रही हे